World Heart Day 2017: दिल को रखना चाहते हैं स्वस्थ तो इन चीजों की डालें आदत, बढ़ जाएगी उम्र
वर्ल्ड हर्ट फाउंडेशन हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस के रूप में मनाता है। इस दिन दिल के स्वास्थ्य और दिल संबंधी बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक करने की कोशिश की जाती है। दिल हमारे शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका धड़कते रहना शरीर में जिंदगी के होने का सबूत होता है। इसका काम रक्त को शरीर के अन्य अंगों तक पहुंचाना होता है जो यह ब्लड को पंपिंग के जरिए करता है। अच्छी सेहत के लिए दिल का स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है, और दिल को स्वस्थ रहने के लिए हमें यह जानना जरूरी है कि कौन सी चीजें दिल की सेहत को प्रभावित करती हैं। एक शोध का दावा है कि रोजाना हेल्दी डाइट, एक्सरसाइज, सिगरेट और शराब का सेवन छोड़कर तथा वजन को नियंत्रित कर हम दिल की तकरीबन 92 प्रतिशत बीमारियों का खतरा कम कर सकते हैं। इसके अलावा शोध में बताया गया कि अगर हम अपनी आदतों में कुछ बदलाव करें तो दिल को अच्छी सेहत तो मिलेगी ही, साथ ही आपकी उम्र भी बढ़ जाएगी। तो आइए, वर्ल्ड हर्ट डे पर जानते हैं कि वो कौन सी आदते हैं जिनमें बदलाव कर आप दिल की सेहत को बेहतर रख सकते हैं –
पर्याप्त नींद लें – नींद की कमी से शरीर में स्ट्रेस हार्मोन का लेवल और ब्लड प्रेशर बढ़ता है। 6 घंटे से कम की नींद दिल की बीमारी का खतरा तकरीबन 48 प्रतिशत तक बढ़ा देती है। हर रोज कम से कम 7-8 घंटे की नींद बेहद जरूरी होती है।
गुस्सा कम करें – सर्कुलेश जर्नल में छपी एक खबर के मुताबिक जो लोग बेहद गुस्सा करते हैं उनमें कोरोनरी आर्टरी डिसीज का खतरा दोगुना और हर्ट अटैक का खतरा तीन गुना तक बढ़ जाता है। ऐसे लोगों में स्वस्थ होते हुए भी अन्य लोगों के मुकाबले दिल की बीमारियों का खतरा 19 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।
रोजाना खाएं सब्जी और फल – हर रोज डाइट में 25-30 ग्राम फाइबर लेना जरूरी है। सप्ताह में एक दिन मछली का सेवन हर्ट अटैक के खतरे को 52 प्रतिशत तक कम कर देता है। लहसुन का सेवन आर्टरीज ब्लॉकेज को रोकने का काम करता है। खाने में हर रोज कम से कम आधी मात्रा सब्जियों की रखें। हर रोज कम से कम आधा किलो सब्जी और फल जरूर खाएं।
वजन न बढ़ाएं – अमेरिकन हर्ट एसोसिएशन की एक स्टडी में बताया गया है कि पांच प्रतिशत तक भी वजन बढ़ना ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और नींद पर बुरा असर डालता है। एक अन्य शोध में कहा गया है कि ओवरवेट होकर स्वस्थ होने पर भी दिल की बीमारी का खतरा 28 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।