एक रेप पीड़िता ने पीएम मोदी और सीएम योगी को अपने खून से खत मिखकर लगाई मदद की गुहार
रायबरेली जिले में बलात्कार और फेसबुक पर अश्लील पोस्ट डालने के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से क्षुब्ध एक छात्रा ने प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को खून से खत लिखकर मदद की गुहार लगाई है। रायबरेली की रहने वाली इस छात्रा ने गत 20 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खून से लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि आरोपियों की ऊंची पहुंच की वजह से पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है। आरोपी पक्ष मुकदमा वापस लेने के लिए उसे धमकी दे रहा है। लड़की का कहना है कि उसे न्याय नहीं मिला तो वह आत्महत्या कर लेगी।
अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने बताया कि बाराबंकी में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही रायबरेली की एक युवती के पिता ने मार्च, 2017 में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि एक लड़का उनकी बेटी को परेशान करता है। उन्होंने बताया, शिकायत में आरोप लगाया गया था कि आरोपी एक दिन जबरन उनकी बेटी को एक मकान में ले गया, और अपने एक मित्र की मौजूदगी में उसके साथ बलात्कार किया। तभी से वह छात्रा को ब्लैकमेल कर रहा है।
सिंह ने बताया कि लड़की के पिता की तहरीर पर पुलिस ने 24 मार्च 2017 को आरोपी युवकों दिव्य पाण्डेय तथा अंकित वर्मा के खिलाफ बलात्कार तथा अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया था। उन्होंने बताया कि उसके बाद नौ अक्टूबर 2017 को युवती के पिता ने शहर कोतवाली में तहरीर देकर आरोप लगाया था कि उनकी दूसरी बेटी के नाम पर फेसबुक आईडी बनाकर किसी ने अश्लील सामग्री पोस्ट की है।
पुलिस ने इस संबंध में आईटी एक्ट के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। सिंह ने कहा कि इस मामले में पुलिस को अभी तक विशेषज्ञ टीम की रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। अधिकारी ने कहा कि पुलिस को पीड़ित लड़की द्वारा खून से खत लिखे जाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। पुलिस अधीक्षक शिवहरि मीणा ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।