अयोध्या: राम जन्मभूमि पहुंचे योगी आदित्यानाथ, बोले- राम में मेरी व्यक्तिगत आस्था, दखल ना दे विपक्ष
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिवाली के मौके पर आज अयोध्या के प्रसिध्द सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी में दर्शन किए और पूजा की। उसके बाद सीएम योगी भगवान राम के दर्शन करने भी गए, जहां उन्होंने अयोध्या मामले में विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम में उनकी व्यक्तिगत आस्था है, ऐसे में विपक्ष के पास दखल देने का कोई अधिकार नहीं है। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक सीएम योगी ने कहा कि एक सीएम होने के नाते ये उनका फर्ज है कि वह राज्य के सभी स्थानों के विकास पर ध्यान दें और इसके लिए वह प्रतिबद्ध भी हैं। उन्होंने कहा कि देश और दुनिया के श्रद्धालु राम जन्मभूमि के दर्शन करने आते हैं, ऐसे में ये उनका फर्ज है कि वह वहां सुरक्षा और सफाई का ध्यान रखें और यही सब देखने वह राम जन्मभूमि गए थे। राम जन्मभूमि में राम लला के दर्शन करने से पहले सीएम योगी ने आज सुबह हनुमानगढ़ी मंदिर और सुग्रीवा मंदिर के भी दर्शन किए।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने कहा, ‘विपक्ष के पास कोई काम नहीं है। उत्तर प्रदेश में पारदर्शी सरकार है। नकारात्मक शक्तियों से अच्छे कामों की उम्मीद नहीं की जा सकती।’ ताज महल विवाद पर सीएम योगी ने कहा कि ताज महल पर्यटन का एक बेहतरीन केंद्र है, पर्यटकों को आमंतित्र करने पर ध्यान दिया जा रहा है। बता दें कि सीएम योगी ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के कार्यों को ‘राम राज्य’ स्थापित करने की दिशा में उठाये गये कदम करार देते हुए बुधवार को अयोध्या में कहा था कि केन्द्र सरकार के कार्यों से देश के आम नागरिक को जो सुख मिलेगा, वही ‘राम राज्य’ होगा।
योगी आदित्यनाथ ने आध्यात्मिक नगरी अयोध्या में दिवाली के भव्य आयोजन के अवसर पर बुधवार को कहा था कि पीएम मोदी का सपना है कि हर परिवार के सिर पर छत हो। वर्ष 2019 तक अपना व्यक्तिगत शौचालय हो, बिजली हो। यही रामराज्य है। अगर हर गरीब के पास घर हो, रोजगार हो, बिजली हो तो उसके लिये वही रामराज्य है। बुधवार को सरयू नदी के किनारे 1.71 लाख मिट्टी के दीपक जलाए गए थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने ‘जय श्री राम’ के गगनभेदी नारों के बीच कहा था कि अयोध्या के बारे में देश और दुनिया के मन में क्या है। इसकी तस्वीर पेश करने के लिये जरूरी था कि दुनिया को मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करने वाली सभी चीजें देने वाली अयोध्या को उसके असल रूप में पेश किया जाए। उन्होंने पिछली सरकारों पर हमला करते हुए कहा कि ‘वह रावण राज्य था जो जाति, परिवार और क्षेत्र के नाम पर भेदभाव करता था। अब वे ही लोग भाजपा सरकारों पर ऐसे आरोप लगा रहे हैं, जिनका खण्डन करना हम अपना अपमान समझते हैं। सरकार विकास कार्य से रामराज्य की परिकल्पना को साकार करना चाहती है।’