अब पीएम मोदी के भाषणों वाली किताब पढ़ेंगे राजस्थान के आईएएस अधिकारी, सरकार ने बनाया मन
राजस्थान में आईएएस अधिकारियों को निकट भविष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषणों पर आधारित किताबों का अध्ययन करना पड़ सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक किताबों में मोदी के गुजरात का मुख्यमंत्री रहने के दौरान गुड गवर्नेंस (सुशासन) पर दिए भाषणों को समाहित किया गया है। राजस्थान सरकार में राज्य कार्मिक सचिव भास्कर ए सावंत ने बुधवार (23 मई) को माीडिया को बताया कि किताबों का टाइटल ‘चिंतन शिविर’ रखा गया है, जिन्हें गुजरात सरकार को भेज दिया गया है और सरकार की औपचारिक स्वीकृति के बाद आईएएस अधिकारियों में उन्हें बांट दिया जाएगा। कार्मिक सचिव ने बताया कि इस बाबत अनुमति लेने के लिए एक फाइल आगे बढ़ा दी गई है। उन्होंने बताया कि किताबें राजस्थान के प्रमुख सचिव को उनके गुजरात समकक्ष के द्वारा भेजा गया है। भास्कर ए सावंत ने बताया कि किताब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उन भाषणों का संकलन किया गया है जो उन्होंने 2001 से 2014 के दौरान गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए दिए थे, जिनमें उन्होंने सुशासन, निर्णय लेने, समय प्रबंधन आदि मुद्दों पर बात की थी।
बता दें कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री की छात्रों के लिए लिखी किताब ‘एग्जाम वॉरियर्स’ जीवनचरित पर आधारित किताब ‘ज्योतिपुंज’ खासी चर्चाओं में रहीं। प्रधानमंत्री की भाषणशैली को लेकर आम जनता में भी उनकी तारीफ सुनी जाती है। हालांकि विरोधी उन्हें जुमलाबाज तक कहकर आलोचना करते देखे जाते हैं। फिलहाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुट को लेकर चर्चा गर्म है। रुट के गुरुवार को दो दिवसीय दौरे पर भारत पहुंच रहे हैं। रुट मोदी के पिछले वर्ष जून में हुए नीदरलैंड दौरे के एक वर्ष से कम समय में यहां आ रहे हैं।
विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार 130 कंपनियों के 230 व्यापारिक प्रतिनिधि भी रुट के साथ यहां ट्रेड मिशन में भाग लेने के लिए आएंगे। विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया- “ट्रेड मिशन में शामिल होने वाली कंपनियां एग्रीफूड, बागवानी, लॉजिस्टिक्स, स्मार्ट सिटिज, जल, स्वास्थ्य और जीवन विज्ञान, आईटी, समुद्री क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करेंगी। इसके साथ ही भारत-नीदरलैंड सीईओ फोरम भी नई दिल्ली में आयोजित होगा।” नई दिल्ली के बाद रुट बेंगलुरू का दौरा करेंगे, जहां वह अन्य गतिविधियों के साथ इसरो के परिसर जाएंगे।