इन 5 खिलाड़ियों ने जितने शतक बनाए, उससे ज्‍यादा बार जीरो पर हुए आउट

गौर करने वाली बात यह है कि इतनी नाकामयाबियों के बाद भी इनका नाम बेहतरीन खिलाड़ियों में लिया जाता है।

क्रिकेट में कोई भी बल्लेबाज शून्य पर आउट नहीं होना चाहता, क्योंकि यह नाकामयाबी और शर्म का कारण माना जाता है। विश्व क्रिकेट में कई एेसे बल्लेबाज हुए हैं, जिन्होंने कई बार जीरो पर आउट होने का दर्द झेला, लेकिन उन्हें बेहतरीन खिलाड़ियों में शुमार किया जाता है। आज हम आपको बता रहे हैं एेसे खिलाड़ियों के बारे में जिन्होंने अपने टेस्ट करियर में शतक कम और शून्य ज्यादा बनाए हैं। यह भी अहम है कि उन्होंने कभी नाकामयाबी से खेल को प्रभावित नहीं होने दिया।

माइक गैटिंग: इंग्लैंड के इस खिलाड़ी ने अपने करियर में 10 टेस्ट शतक लगाए, लेकिन 16 बार उन्हें शून्य पर पवेलियन लौटना पड़ा। बतौर कप्तान उन्होंने बहुत कामयाबी हासिल की। वहीं मैदान और उसके बाहर अपने बेबाक रवैये के कारण आलोचनाएं भी झेलनी पड़ीं। 138 पारियों में उन्होंने 4 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं।

मर्वन अट्टापट्टू: शायद आप न जानते हों, लेकिन वह 7 पारियों में से 6 में शून्य पर आउट हुए थे। कोई और क्रिकेटर होता तो शायद हताश हो जाता, लेकिन अट्टापट्टू ने जब संन्यास लिया तो उनका नाम श्रीलंका के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शुमार हुआ। उनके नाम 6 दोहरे शतक हैं। अपने पूरे करियर में उन्होंने 16 शतक जड़े, लेकिन 22 बार शून्य पर भी पवेलियन लौटे।

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