एमबीए पास युवक बना हिज्बुल का आतंकी
जम्मू कश्मीर का एमबीए डिग्रीधारी 29 वर्षीय हारुन अब्बास वानी आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया है। एके-47 राइफल लिए उसकी तस्वीर हाल में सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। वानी डोडा जिले के घाट इलाके का रहने वाला है और कटरा के श्रीमाता वैष्णोदेवी विश्वविद्यालय से एमबीए है। गृह मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, इस युवक को मिलाकर घाटी में शामिल आतंकियों की संख्या 327 तक पहुंच गई है, जो अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। सेना ने वानी समेत अन्य युवकों से आतंकवाद का रास्ता छोड़ने को कहा है। सेना के एक अधिकारी ने कहा कि आतंकवाद छोड़ने वाले स्थानीय युवकों की हर तरह से मदद की जाएगी। सेना के संपर्क करने के बाद वानी के परिजनों ने वीडियो संदेश जारी कर उससे वापस लौटने की भावुक अपील की है। उसकी चाची ने वीडियो संदेश में कहा है, ‘सबसे बड़ा जिहाद वृद्ध मां-बाप की सेवा करना है। जिहाद की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि हम खुश हैं।’ उन्होंने कहा कि वानी के फैसले से उसके घरवाले शर्मिंदा हैं। उन्होंने कहा, ‘तुम्हारे मां-बाप बीमार पड़ गए हैं और उन्हें तुम्हारी सख्त जरूरत है।’
सेना की डेल्टा फोर्स के जनरल अफसर कमांडिंग मेजर जनरल राजीव नंदा के मुताबिक, कल हमें वानी के आतंकवादी संगठन में शामिल होने की जानकारी मिली। मैं आशा करता हूं कि वह मुख्यधारा में लौट आएगा। अगर वह लौटता है तो हम उसकी मदद करेंगे।’ वानी को हिज्बुल मुजाहिदीन ने अपनी शोपियां टाइगर्स यूनिट में तैनात किया है। पिछले तीन महीने में वानी डोडा से से आतंकवादी संगठनों से जुड़ने वाला दूसरा युवक है। जुलाई में 25 वर्षीय हुसैन भट्ट लश्कर से जुड़ गया था और वह बाद में उसी महीने सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में एक अन्य आतंकवादी के साथ मारा गया।
इस बीच, गृह मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, सेना व सुरक्षाबलों द्वारा चलाए जा रहे अभियान के बीच घाटी में सक्रिय आतंकियों की संख्या 327 तक पहुंच गई। यह तादाद बीते 11 साल में सबसे ज्यादा है। 2007 के दौरान घाटी में सक्रिय आतंकियों की तादाद 70-80 तक सिमट गई थी, जो बाद में बढ़ते हुए 175-200 के बीच रही। 2013 से 2017 तक आतंकियों की तादाद 200 -250 तक रही। बीते साल कश्मीर में 126 स्थानीय युवक आतंकी बने थे। जबकि इस साल यह आंकड़ा 140 पार कर चुका है। गृह मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, 327 सक्रिय आतंकियों में 211 स्थानीय हैं और 116 विदेशी। दक्षिण कश्मीर में सक्रिय 181 आतंकियों में 166 स्थानीय हैं, जबकि उत्तरी कश्मीर में सक्रिय 129 में 35 स्थानीय और 94 विदेशी आतंकी हैं। मध्य कश्मीर के तीन जिलों- श्रीनगर, बडगाम और गांदरबल में नौ स्थानीय आतंकी सक्रिय हैं। सबसे ज्यादा 141 आतंकी लश्कर से संबधित हैं। जबकि हिज्बुल मुजाहिदीन में 128 आतंकी हैं। शेष आतंकी जैश-ए-मोहम्मद, अल-बदर, गजवा-ए-हिंदू, हरकत व तहरीकुल मुजाहिदीन से जुड़े हुए हैं।