किसानों संग एक्सप्रेसवे का विरोध कर रहे योगेंद्र यादव हिरासत में, बोले- पुलिस ने की अभद्रता
तमिलनाडु में आठ लेन के सलेम-चेन्नई एक्सप्रेसवे के निर्माण के खिलाफ किसान आंदोलित हैं। शनिवार (8 सितंबर) को स्वराज इंडिया के नेता व एक्टिविस्ट योगेंद्र यादव भी इस आंदोलन में शामिल हुए। एएनआई के अनुसार, उन्हें तिरुवन्नामलाई में पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। यादव को अन्य किसानों के साथ एक नजदीकी जगह ले जाया गया है। 55 वर्षीय यादव का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें रोका और अभद्रता की। किसान 10,000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले प्रस्तावित एक्सप्रेसवे का विरोध कर रहे हैं। यादव ने ट्वीट कर बताया, ”तमिलनाडु पुलिस ने मुझे और मेरी टीम को हिरासत में ले लिया है। हम आंदोलन का न्योता मिलने पर आए थे। हमें किसानों से मिलने से रोका गया, फोन छीन लिए गए, जबर्दस्ती की गई और पुलिस वैन में ठूंस दिया गया।”
यादव ने 2015 में आम आदमी पार्टी से अलग होकर स्वराज इंडिया का गठन किया था। यादव का आरोप है कि पुलिस के आने से थोड़ी देर पहले ही उनहोंने तिरुवन्नामलाई के कलेक्टर से बात की थी। ट्वीट कर उन्होंने कहा, ”अधिग्रहण और पुलिस बल के प्रयोग को लेकर मैंने तिरुवन्नामलाई के कलेक्टर कंडास्वामी से बात की थी। उन्होंने पुलिस के हस्तक्षेप की बात को पूरी तरह खारिज कर दिया। फोन कॉल के कुछ मिनट बाद ही पुलिस ने हमें हिरासत में ले लिया।”
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि यादव ने कार्यक्रम की इजाजत नहीं ली थी। इस एक्सप्रेसवे का विरोध कुछ किसान अपनी जमीनें जाने के डर से कर रहे हैं। साथ ही पर्यावरणविद भी पेड़ काटे जाने के चलते इसका विरोध कर रहे हैं।