खुद पेंट की हुई शर्ट बाजार में बिकती देख आया था सल्लू को क्लोदिंग लाइन शुरू करने का ख्याल

सलमान खान जितने अच्छे एक्टर हैं, उससे कहीं ज्यादा अच्छे इंसान हैं। सूरत के साथ सीरत भी नेक है। यह भी एक कारण है कि उन्होंने बींग ह्यूमन (Being Human) फाउंडेशन की नींव रखी। गरीबों और वंचितों की मदद करना मकसद था, इसलिए लोग भी उनकी इस मुहिम में साथ आए। फिर क्या था, थोड़े वक्त वह इसी नाम से क्लोदिंग लाइन ले आए। आज ई-कॉमर्स साइट्स पर उनकी क्लोदिंग लाइन के कपड़े लोग खरीद रहे हैं। पहन कर टशन मार रहे हैं, लेकिन कम ही लोग उसके लॉन्च होने की कहानी जानते हैं।

क्या आपको पता है कि सलमान ने कैसे बींग ह्यूमन को क्लोदिंग लाइन में तब्दील किया। अगर नहीं, तो आज हम आपको इस बारे में बताएंगे। एक टीवी इंटरव्यू के दौरान वह बताते हैं कि “मुझे याद है कि मिथुन दा के बेटे की फिल्म के म्यूजिक रिलीज पर गया था। तब मैंने जो टी-शर्ट पहनी थी, उसे खुद पेंट किया था। दो दिन बाद लिंकिंग रोड से गुजर रहा था। देखा कि वहां वैसी ही टी-शर्ट बिक रही थी। मैंने वहीं से सोचा कि अपनी क्लोदिंग लाइन शुरू की जाए।”

सल्लू इस बारे में आगे कहते हैं कि “फिर हम कॉटन वर्ल्ड गए। शुरुआत में हमने दो-चार रंगों में ही बींग ह्यूमन टी-शर्ट लॉन्च की थीं। धीमे-धीमे उनकी रेंज और वैरायटी बढ़ाई। साइकिलें भी बाजार में उतारीं। लोगों ने भी समझा कि बींग ह्यूमन के प्रोडक्ट्स का पैसा चैरिटी में जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने क्वालिटी पर भी खासा ध्यान दिया।

बींग ह्यूमन फाउंडेशन की शुरुआत 2007 में हुई थी। सलमान ने गरीबों-वंचितों को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से इसे शुरू किया था। 2012 में मंधना इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के साथ मिलकर सलमान खान के फाउंडेशन ‘बींग ह्यूमन’ की क्लोदिंग लाइन लाई गई। 2015 में नील्सन द्वारा की गई मोस्ट एक्साइटिंग ब्रांड स्टडी में उनके ब्रांड को मोस्ट एक्साइंटिंग अपैरल ब्रांड के तौर पर सबसे अधिक वोट मिले।

 

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