गुजरात: फिशरीज डिपार्टमेंट मिलने पर मंत्री खफा, कहा- क्या समुद्र किनारे जाकर मछली पकड़ूं?

गुजरात में विजय रुपानी सरकार की मुश्किलें बरकरार हैं। यहां पर मत्स्य पालन विभाग (फिशरीज डिपार्टमेंट) के मंत्री पुरुषोत्तम सोलंकी अपने पोर्टफोलियो से नाखुश हैं। उन्होंने इस बात को लेकर अपनी और अपने समुदाय की नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा है, “यह विधायक के तौर पर मेरा पांचवां कार्यकाल है। तीसरी बार मुझे यह विभाग संभालने के लिए दिया गया है। क्या मैं समुद्र किनारे जाकर बैठूं और मछली पकड़ूं?” आपको बता दें कि सोलंकी को तीसरी बार मस्त्य पालन विभाग की कमान सौंपी गई है। राज्य के डिप्टी सीएम उनके पहले अपने मंत्रालय छिन जाने को लेकर सरकार से खफा हो गए थे। हालांकि, बाद में उन्हें पार्टी आलाकमान के दखल के बाद मना लिया गया था। सोलंकी का इस बाबत कहना है कि कोली समुदाय में अच्छा-खासा वोट बैंक होने के बाद भी उन्हें मत्स्य पालन विभाग की कमान फिर से सौंपी गई है। बुधवार को उन्होंने इस बारे में पत्रकारों से बात की।

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उन्होंने कहा, “यह मेरी बात नहीं है, बल्कि यह पूरे कोली समुदाय की बात है। कोली समुदाय मुझे दिए गए पोर्टफोलियो से संतुष्ट नहीं है। मैं वैसा ही करूंगा, जैसा समुदाय मुझसे करने के लिए कहेगा।”

ट्विटर पर छबि देखें
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It is not about me, it is about the Koli community. The Koli community is not satisfied with the portfolio given to me, I will do as the community says: Gujarat Fisheries Minister, Purshottam Solanki

इतना ही नहीं, मंत्री ने नितिन पटेल को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने सख्त लहजे में पूछा है, “उन्हें (पटेल को) क्यों खास किम्स का ट्रीटमेंट दिया गया और मुझे क्यों बाहर रखा गया?” सोलंकी के सरकार से खफा होने से पहले डिप्टी सीएम नितिन पटेल खुद से वित्त, शहरी विकास और पेट्रोकेमिकल विभाग छिन जाने के कारण रूठ गए थे। बाद में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मामले में हस्तक्षेप किया और उन्हें वित्त विभाग दिलाया था।

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