गुजरात विधानसभा चुनाव: भाषण दे रहे थे नरेंद्र मोदी, अजान की आवाज सुन रुक गए
विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए गुजरात पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवसारी में चुनावी रैली में अजान के दौरान अपना भाषण बीच में रोक दिया। मुस्लिमों को नमाज के लिए बुलाने वाली ‘अजान’ पूरी होने तक वह बिल्कुल शांत रहे। इससे पहले साल 2016 में पश्चिम बंगाल में एक चुनावी रैली में भी पीएम ने अजान होने पर अपना भाषण बीच में ही रोक दिया था। करीब पांच मिनट तक सभा स्थल पर वह बिल्कुल शांत रहे। तब उन्होंने कहा था कि मैं किसी की प्रार्थना में किसी भी तरह अवरोध नहीं पैदा करना चाहता हूं। इसलिए मैंने निर्णय लिया की मैं थोड़ी देर के लिए चुप रहूं। यह बात उन्होंने आजान पूरी होने के बाद कही।
रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को ‘गब्बर सिंह टैक्स’ करार देने पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी निशाना साधा और कहा कि देश लूटने वाले सिर्फ डकैतों के बारे में ही सोच सकते हैं। दरअसल राहुल जब सोमनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना कर रहे थे, उस वक्त मोदी एक जनसभा में लोगों से कह रहे थे कि कांग्रेस उपाध्यक्ष के परनाना जवाहरलाल नेहरू उस वक्त ‘नाखुश’ थे जब सरदार पटेल ने 1950 के दशक में मंदिर का पुर्निनर्माण शुरू कराया था।
गौरतलब है कि मोदी ने बुधवार (29 नवबंर) को चार रैलियों को संबोधित किया जिनमें तीन सौराष्ट्र में और एक दक्षिण गुजरात के नवसारी में हुई। नवसारी में रैली ही दौरान ‘अजान’ के कारण मोदी ने करीब दो मिनट के लिए अपना भाषण रोका। बाद में राहुल की ओर से जीएसटी की आलोचना करने पर मोदी ने कहा कि हाल में एक ‘‘अर्थशास्त्री’’ उभरे हैं जो जीएसटी की दर 18 फीसदी पर सीमित करने का सुझाव देकर ‘‘ग्रैंड स्टूपिड थॉट’’ (जीएसटी) यानी ‘बेहद बकवास विचार’ जाहिर कर रहे हैं।
मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने वाले विधेयक में अड़ंगा लगाया। मोदी ने जल संरक्षण, खेती और सौराष्ट्र के विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से किए गए विकास कार्यों की फेहरिस्त गिनवाई। क्षेत्र के मोरबी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह हैंडपंप मुहैया कराने जैसी छोटी योजनाओं का श्रेय ले रही है जबकि भाजपा सरकार ने नर्मदा परियोजना जैसे बड़े काम कराए। पाटीदार समुदाय के गढ़ में लोगों से भाजपा को वोट देने की जोरदार अपील करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी पार्टी को 100 साल तक सत्ता से बाहर नहीं जाने देना है।