पाकिस्तान के साथ हमें शांतिपूर्ण संबंधों की उम्मीद : प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान खान को पत्र भेजा है, जिसमें उन्होंने आतंकवाद समेत तमाम चुनौतियों की चर्चा करते हुए पड़ोसी मुल्क के साथ शांतिपूर्ण संबंधों की उम्मीद जताई है। अपने पत्र में मोदी ने कहा कि पाकिस्तान के साथ भारत शांतिपूर्ण रिश्ते रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान के साथ सकारात्मक और सार्थक साझेदारी कायम हो सकेगी। यह पत्र सोमवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को भेजा गया। इसका ब्योरा विदेश मंत्रालय ने मीडिया को जारी किया। इमरान खान ने पाकिस्तान के 22 वें प्रधानमंत्री के तौर पर काम संभाला है। उन्हें बधाई देते हुए मोदी ने पत्र भेजा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने नवनिर्वाचित पाकिस्तानी समकक्ष को पत्र लिख कर कहा है कि भारत उनके देश के साथ रचनात्मक और सार्थक बातचीत के लिए प्रतिबद्ध है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मोदी ने आतंकवाद से मुक्त दक्षिण एशिया के लिए काम करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद से मुक्त दक्षिण एशिया के लिए दोनों देशों को मिलकर काम करने की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने इमरान खान के साथ 30 जुलाई को टेलीफोन पर अपनी वार्ता के बारे में याद दिलाते हुए लिखा है कि भारतीय उपमहाद्वीप में शांति, सुरक्षा और समृद्धि के लिए दोनों देशों को साथ काम करना होगा। आतंकवाद और हिंसा को खत्म कर विकास पर ध्यान केंद्रित करना होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इमरान खान को लिखा कि अपने पड़ोसी मुल्क के साथ सार्थक और सकारात्मक संबंधों की उम्मीद भारत कर रहा है। शांति और सौहार्द से दोनों मुल्कों के लोग तरक्की करेंगे। मोदी ने उम्मीद जताई है कि पाकिस्तान में लोकतंत्र की जड़ें और गहरी होंगी। पड़ोसी मुल्क विकास के रास्ते पर चलेगा।

सरकारी सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान के साथ बातचीत के बारे में भारत का रूख रहा है कि आतंकवाद और वार्ता साथ साथ नहीं हो सकते तथा इस रूख में कोई बदलाव नहीं आया है। एक सूत्र ने कहा कि प्रधानमंत्री ने क्षेत्र के लोगों के लाभ के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच अच्छे पड़ोसी संबंध बनाने और सार्थक तथा रचनात्मक बातचीत की भारत की प्रतिबद्धता व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने अपने पत्र में यह विश्वास जताया कि पाकिस्तान में सुगमता से सत्ता हस्तांतरण होने से लोकतंत्र के प्रति लोगों की धारणा और मजबूत होगी। यह पूछे जाने पर कि क्या मोदी के पत्र से दोनों पड़ोसियों के बीच फिर से बातचीत शुरू होने की उम्मीद पुनर्जीवित हुयी है, पूर्व राजनयिक विवेक काटजू ने कहा कि उन्होंने भारत का रूख दोहराया है और यह पाकिस्तान पर है कि वह आतंकवादी समूहों पर कड़ी कार्रवाई कर बातचीत के लिए माहौल तैयार करे। काटजू ने कहा कि भारत हमेशा पाकिस्तान से साथ बातचीत के लिए तैयार रहा है बशर्ते पाकिस्तान आतंकवाद रहित माहौल बनाए।

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