ये आसन करेंगे तो नहीं रहेगा जोड़ों में दर्द, जानें क्या है करने की विधि
बढ़ती उम्र के साथ जोड़ों में दर्द होना आम समस्या है। शरीर में हड्डियों का कमजोर होना, उचित व्यायाम न करना और भोजन में आवश्यक पोषक तत्वों के अभाव से जोड़ों में दर्द प्रकट होने लगते हैं। इसके लिए बाजार में उपलब्ध दवाओं के उपयोग से इस दर्द से तात्कालिक लाभ तो मिल जाता है लेकिन अगर आप इसका स्थाई उपचार करना चाहते हैं तो योग आपकी काफी मदद कर सकता है। आज हम कुछ ऐसे योगासनों के बारे में बात करेंगे जो जोड़ों के दर्द में काफी लाभदायक होते हैं।
वीरभद्रासन – वीरभद्रासन करने के लिए सबसे पहले अपने दोनों पैरों के बीच 3 – 4 फ़ीट का अंतर रखकर सीधे खड़े हो जाएं। इसके बाद अपने दायें घुटने को मोड़ लें। अब अपने धड़ को मुड़े हुए दाएं पैर की और मोड़ें। इसके बाद अपने हाथों को कंधे के बराबर सीधा करें तथा हथेलियां आसमान की ओर खुली रहें। इस अवस्था में आपकी छाती पूरी खुली हुई होनी चाहिए। अब धीरे-धीरे अपनी हथेलियों को सिर के ऊपर ले जाकर नमस्कार की मुद्रा बना लें। कुछ समय इस अवस्था में रहें और फिर पूर्वावस्था में लौट आएं।
धनुरासन – इसे करने के लिए सबसे पहले समतल जमीन पर पेट के बल लेट जाएं और अपनी ठोड़ी को जमीन से लगाकर रखें। अब पैरों को घुटने से मोड़े और पंजो को हाथो से पकड़ने का प्रयास करें। फिर साँस भरते हुए और बाजुओं को सीधे रखते हुए सिर, कंधे और छाती को ऊपर उठाएं। इस स्थिति में सांस सामान्य रखें और कुछ सेकंड के बाद साँस छोड़ते हुए छाती, कंधे और ठुड्डी को धीरे-धीरे जमीन की ओर लाएं। अब पंजों को छोड़ दें और कुछ समय आराम करें। इस आसन को 3 से 4 बार दोहराएं।
सेतुबंधासन – सेतुबंधासन करने के लिए सबसे पहले समतल जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं और हाथों को शरीर के बगल में रखें। हथेलियों को जमीन से चिपका कर रखें। अब दोनों घुटनों को मोड़े और तलवों को जमीन से लगा कर रखें। इसके बाद सांस लेते हुए कमर को ऊपर उठाने की कोशिश करें। इस दौरान कोहनियों को मोड़ कर कमर के नीचे हथेलियों को रखकर सपोर्ट दें। कुछ समय बाद कमर को नीचे कर लें और सामान्य अवस्था में आ जाएं।