वास्तु के हिसाब से घर के दरवाजे के पास भूलकर भी नहीं रखनी चाहिए ये वस्तुएं
वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि घर पर इस्तेमाल होने वाली प्रत्येक वस्तु की हमारे जीवन पर कुछ सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले तमाम लोग अपने घर का निर्माण वास्तु के हिसाब से ही करवाते हैं। इसके साथ ही घर पर प्रयोग में लाई जाने वाली वस्तुओं का चयन भी वास्तु के अनुसार ही किया जाता है। इस सबके बीच क्या आप जानते हैं कि वास्तु शास्त्र में इस बात का भी विस्तार से उल्लेख किया गया है कि घर के मुख्य दरवाजे का स्वरूप कैसा होना चाहिए। वास्तु में इस बात पर बड़े स्पष्ट तरीके से जिक्र है कि किन वस्तुओं को दरवाजे पर रखना अशुभ माना जाता है। जी हां, कुछ ऐसी वस्तुएं हैं जिनके दरवाजे पर रखने से जीवन में परेशानियां आने की मान्यता है। आज हम इसी बारे में विस्तार से जानकारी हासिल करने वाले हैं।
कहते हैं कि घर के प्रवेश द्वार के पास टूटी-फूटी वस्तुएं नहीं रखनी चाहिए। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा आने की मान्यता है। ऐसा कहा जाता है कि दरवाजे के पास टूटी ही पलंग या कुर्सी रखने से घर की सकारात्मकता समाप्त हो जाती है। इससे परिवार के सदस्यों के बीच बात-बात पर कलह शुरू हो जाने की मान्यता है। इसके साथ ही घर पर आने वाले मेहमानों के लिए भी ऐसी स्थिति शुभ नहीं मानी जाती।
इसके साथ ही घर के पुराने या टूटे-फूटे बर्तन भी मुख्य दरवाजे के पास नहीं रखने की बात कही गई है। कहते हैं कि ऐसा करने से घर में लक्ष्मी जी का आगमन नहीं होता। ऐसी स्थिति में उस घर के लोगों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसा कहा जाता है कि घर के मुख्य द्वार पर कांटेदार पौधे नहीं लगाने चाहिए। बताते हैं कि कांटेदार पौधों से नकारात्मक ऊर्जा निकलती है जो घर की सकारात्मकता समाप्त कर सकती है।