शादी से पहले था ब्राह्मण, बाद में दूसरी जाति का निकला तो पत्नी ने कर दी FIR
नई दिल्ली: गुजरात में एक महिला ने अपने पति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. महिला ने शिकायत इसलिए दर्ज कराई है, क्योंकि महिला के पति ने शादी से पहले उससे अपनी जाति छुपाई थी और खुद को ब्राह्मण बताया था. शादी के बाद जब खुलासा हुआ तो महिला ने अपने पति के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज कराया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया छपी खबर के मुताबिक, शाहपुर पुलिस स्टेशन में महिला ने शिकायत दर्ज कराई है. पीड़िता एकता पटेल मेहसाणा जिले के बेचराजी तालुका के आदिवाड़ा गांव की रहने वाली हैं. महिला ने अपनी शिकायत में बताया 23 अप्रैल 2018 को जिस शख्स से उनकी शादी हुई, उसने अपना सरनेम मेहता बताते हुए कहा कि वह एक ब्राह्मण है. शादी का रजिस्ट्रेशन कराने के कुछ समय बाद महिला को पता चला कि पति का सरनेम खमार है और वो ब्राह्मण नहीं हैं.
महिला ने बताया कि पिछले साल अप्रैल में एम कॉम की पढ़ाई पूरी करने के बाद मुझे जॉब की सख्त जरूरत थी, क्योंकि मेरे परिवार की आर्थिक स्थित अच्छी नहीं थी. उस दौरान मैंने एक गैस एजेंसी में खाली अकाउंटेंट की पोस्ट के लिए अप्लाई किया. फर्म की मालिक ज्योत्सना मेहता ने मुझे 5000 रुपये महीने की सैलरी पर नियुक्त किया. इसी दौरान मैं ज्योत्सना के बेटे यश के संपर्क में आई. यश ने मुझे बताया कि वे ब्राह्मण हैं. पीड़िता ने बताया कि एक-दूसरे के साथ मुलाकात के बाद हमने शादी की फैसला किया. ये फैसला मैंने इसलिए किया क्योंकि वह भी मेरी तरह उच्च जाति से था. 23 अप्रैल को हिंदू रीति-रिवाज से खानपुर के स्टर्लिंग सेंटर में एक पुजारी की मौजूदगी में हमने शादी की और फिर मैरिज रजिस्ट्रार एएमसी शाहपुर के दफ्तर में शादी का रजिस्ट्रेशन कराया.
पीड़िता ने बताया कि शादी के बाद जब हम घर पर सेटल हो गए तो एक दिन मुझे पता चला कि यश का सरनेम खमार था. मैंने यश के सरनेम के बारे में जब पूछताछ की तो पता चला कि ये ब्राह्मण सरनेम नहीं है. यश ने अपनी जाति छिपाते हुए मेरा भरोसा तोड़ा और मुझसे झूठ बोला कि वह एक ब्राह्मण है. पीड़िता ने इस धोखे की जानकारी अपने परिजनों को दी. अपने परिजनों के साथ पीड़िता थाने पहुंची और एफआईआर दर्ज कराई. जानकारों ने बताया कि खमार जो कि कछिया के नाम से भी जाने जाते हैं, सामान्य कैटिगरी में आते हैं और खुद को ओबीसी कैटिगरी में शामिल कराने की कोशिश कर रहा है.