सुषमा स्वराज से बोली महिला- मदद करें नहीं तो दे दूंगी जान, केंद्रीय मंत्री ने यूं संभाला मामला
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को समस्या में फंसे किसी भी व्यक्ति की त्वरित मदद करने के लिए जाना जाता है। उन्होंने एक बार फिर से इसे साबित किया है। दरअसल, गांधीनगर की मानसा निवासी संतोष बेन हरि प्रसाद पंडित ने चेतावनी दी थी कि यदि विदेश मंत्री ने उनकी समस्या को नहीं सुलझाया तो वह गुलबाई टेकरा, अहमदाबाद में पासपोर्ट ऑफिस के सामने आत्मदाह कर लेंगी। संतोष बेन के पति हरि प्रसाद पंडित ने ट्वीट किया था कि यदि 10 जून तक उनकी पत्नी को पासपोर्ट नहीं मिलेगा तो वह 15 जून को पासपोर्ट ऑफिस के सामने आत्मदाह कर लेगी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय अहमदाबाद की पासपोर्ट अधिकारी नीलम को संबोधित करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ‘नीलम: आज ही संतोष बहन को बुलाकर उनकी पीड़ा समझो। मुझे रिपोर्ट भेजिए कि यह मामला क्या है?’ विदेश मंत्री के ट्वीट के तुरंत बाद अहमदाबाद स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय हरकत में आ गया और विदेश मंत्री को ट्वीट कर कार्रवाई की जानकारी भी दे डाली। आरपीओ ने लिखा, ‘मैडम, आवेदक (संतोष बेन) से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने आज (28 मई) आने में असमर्थता जताई है। वह 29 मई को कार्यालय आ सकती हैं। मामले का मेरिट के आधार पर शीघ्र ही निस्तारण कर दिया जाएगा।’
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के संज्ञान लेने के बाद पासपोर्ट अधिकारियों के सक्रिय होने पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बी. प्रसाद ने लिखा, ‘सुषमा जी के हस्तक्षेप के बाद? क्या यह अच्छा लगता है कि विदेश मंत्री हर मामले को देखें? अगर आप स्थिति को संभाल नहीं सकते तो वहां क्यों बैठे हैं…अच्छा होगा कि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले लें।’ रवि सागर ने ट्वीट किया, ‘हर चीज के लिए मंत्री को ट्वीट कर रहे। आरपीओ कर्मचारी और पासपोर्ट सेवा कर्मियों को कुछ पता ही नहीं होता है कि अगला कदम क्या है। एक कर्मचारी को सही जानकारी ही पता नहीं होती है। कृपा करके योग्य अभ्यर्थियों की भर्ती करें जो वास्तव में काम कर सके।’ कुछ लोगों ने इसके लिए सुषमा स्वराज की तारीफ भी की। सत्येंद्र ने ट्वीट किया, ‘मुझे आप पर गर्व है कि हमारे पास आपके जैसा विदेश मंत्री है। आप बेहतरीन हैं।’