यौन उत्पीड़न मामलों में जेल की हवा खा चुके हैं ये 5 क्रिकेटर्स, आखिरी दो नाम भारतीय खिलाड़ियों के हैं

क्रिकेट को जेंटलमैन गेम कहा जाता है। 149 साल पहले इसका जन्म हुआ था, तब से लेकर इसकी लोकप्रियता में बढ़ोतरी ही हुई है। वक्त के साथ इसके नियमों में बदलाव भी आए, लेकिन बावजूद इसके दर्शकों के प्यार में कोई कमी नहीं आई। मगर इस खेल पर भी कई दाग लगे हैं। चाहे वह मैच फिक्सिंग के आरोप हो या मैदान पर झड़प। इन सब मुद्दों से इस खेल की छवि को नुकसान पहुंचा है। आइए आपको बताते हैं उन खिलाड़ियों के बारे में जो यौन उत्पीड़न के आरोपों में जेल की हवा खा चुके हैं।

रूबल हुसैन: रिपोर्ट्स के मुताबिक बांग्लादेश के इस तेज गेंदबाज पर अपनी ही गर्लफ्रेंड का रेप करने का आरोप लगा था। महिला ने कथित तौर पर कहा कि उसने क्रिकेटर से शादी करने को कहा, लेकिन वह मुकर गया। अॉस्ट्रेलिया में हुए 2015 क्रिकेट विश्व कप से पहले उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। राष्ट्र हित के कारण बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड उन्हें छुड़ाने आगे गया। बाद में महिला ने अपने आरोप वापस ले लिए।

शेन वॉर्न: अॉस्ट्रेलिया के दिग्गज स्पिनर हमेशा कंट्रोवर्सी में घिरे रहे। साल 2003 में दक्षिण अफ्रीका की एक महिला ने उन पर सेक्सुअल मैसेज भेजने का आरोप लगाया। लेकिन न तो वॉर्न और न ही अॉस्ट्रेलिया क्रिकेट ने इस पर कुछ कहा।

रयान हिंड्स: एक जमाने में वेस्टइंडीज के शीर्ष बल्लेबाज रयान हिंड्स ने शानदार खेल दिखाया, लेकिन जल्द ही वह लाइम लाइट से बाहर हो गए। उनके करियर में बुरा वक्त उस वक्त आया जब साल 2012 में एक 28 साल की महिला ने उन पर रेप करने का आरोप लगाया था। बाद में महिला ने अपना बयान वापस ले लिया, जिससे इस खिलाड़ी ने राहत की सांस ली। बाद में उन्होंने कहा था कि केस खत्म होने से उनका एक बहुत बड़ा बोझ खत्म हो गया।

अमित मिश्रा: भारतीय स्पिनर अमित मिश्रा भी यौन उत्पीड़न के मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं। बेंगलुरु के एक होटल रूम में महिला के कथित उत्पीड़न के आरोप में उन्हें जेल की हवा खानी पड़ी थी। हालांकि इस मामले में वह छूट गए थे, लेकिन इस घटना से हर ओर सनसनी मच गई थी। यह मामला साल 2015 का है, लेकिन उन्हें बेल पर छोड़ दिया गया।

उदय जोशी: गुजरात के इस पूर्व घरेलू क्रिकेटर को एक बच्चे का यौन उत्पीड़न करने के कारण जेल की हवा खानी पड़ी। यह मामला करीब 30 साल पहले का है। 68 साल के जोशी को साल 2012 में दोषी ठहराया गया और उन्हें 6 साल की सजा हुई। उस वक्त पीड़ित 13 साल का था। जोशी ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट 1965-83 के बीच खेला था। 186 मैचों में उन्होंने 557 विकेट लिए थे।

 

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