यौन उत्पीड़न का शिकार होने वाली महिलाओं से टिस्का ने पूछा- होटल के कमरों में जाती क्यो हो?
दुनियाभर में यौन उत्पीड़न का शिकार होने को लेकर सोशल साइट पर मुखर होने को लेकर चल रहे कैंपन में अब अभिनेत्री टिस्का चोपड़ा ने भी अपनी बात रखी है। टिस्का ने ट्विटर पर #metoo नाम से चल रहे कैंपेन पर अपनी बात रखी है। टिस्का का कहना है कि यौन उत्पीड़न के मामले में महिलाएं भी बराबर की दोषी होती हैं लेकिन वो सारा का सारा अपराध पुरुषों के सिर रख देती हैं। पिछले दिनो हॉलीवुड के कई नामी हीरोइन्स ने फिल्म दिलाने के नाम पर होने वाले यौन शोषण पर अपनी बात रखी है। इसी पर बोलते हुए टिस्का ने कहा कि ‘ये महिलाएं होटल के कमरों में क्यों जाती हैं? इन्हें खुद की सुरक्षा का खयाल नहीं? बतौर एक महिला मैं तो कहूंगी पहले खुद की रक्षा करो।’ टिस्का ने एक ट्वीट में लिखा था, ‘एक अस्थायी ना, विनम्र ना और ना का मतलब ‘आशंका’ हो सकती है। एक खराब ना का अर्थ हां है। मुझ पर थोड़ा और जोर दो मैं मान जाऊंगी।’
हालांकि कुछ लोग उनके इस ट्वीट से सहमत नहीं दिखे और उन्हें ट्विटर पर जमकर विरोध का सामना करना पड़ा। कमाल की बात ये है कि करीब साल भर पहले टिस्का ने खुद एक वीडियों में ऐसे ही एक किस्से का जिक्र किया था जिसमें एक फिल्म प्रोड्यूसर ने फिल्म दिलवाने के नाम पर उनके साथ दुर्व्याहर करने की कोशिश की थी। टिस्का ने वीडियों में बताया था कि एक फिल्म की शूटिंग के दौरान प्रोड्यूसर के कमरे तक पहुंची थीं। उन्होंने कहा था कि मुझे प्रोड्यूसर ने कमरे में बुलाया था और शिकार बनाने की कोशिश की गई लेकिन मैं वहां से भाग निकली थी।