नोटबंदी पर RBI ने जारी किया पहला आंकड़ा, 30 जून तक वापस नहीं लौटे 8.9 करोड़ नोट
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने नोटबंदी के करीब 10 महीने बाद इससे जुड़ा पहला आंकड़ा जारी किया है। केंद्रीय बैंक ने बुधवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस मूल्य के नोटों (500 व 1,000 रुपये) का चलन बंद किया था, वह वापस केंद्रीय बैंक के पास पहुंचे हैं। बैंक के अनुसार 30 जून, 2017 तक उसके बाद 15.28 ट्रिलियन रुपयों के मूल्य वाले 500 व 1,000 रुपये के नोट वापस आए। नोटबंदी के समय 1,000 रुपये के 6.7 बिलियन नोट्स प्रचलन में थे, जिसमें से सिर्फ 89 मिलियन नोट ही वापस नहीं लौटकर आए। गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद से ही केंद्र सरकार और केंद्रीय बैंक पर यह बताने का जवाब था कि इससे कितने नोट उसके बाद वापस आए। करीब 10 महीने बाद आरबीआई ने यह आंकड़ा जारी किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में कहा था कि प्रशासन ने एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के कालेधन का पता लगाया है और लगभग तीन लाख करोड़ रुपया बैंकिंग प्रणाली में वापस गया है। मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “बीते तीन वर्षो में 1,25,000 करोड़ रुपये से अधिक कालेधन पकड़ा गया है। अपराधियों को इस धन को सौंपने के लिए बाध्य किया गया।” उन्होंने कहा, “अभी तक, नोटबंदी अभियान को सफलता मिली है।”
मोदी ने कहा कि नवंबर में 500 और 1,000 रुपये के नोटों को अवैध घोषित कर दिया गया था, जिससे बड़ी मात्रा में कालाधन वापस अर्थव्यवस्था में आ गया था। मोदी ने कहा, “शोध से पता चला है कि नोटबंदी के बाद तीन लाख करोड़ रुपये से अधिक धनराशि को वापस अर्थव्यवस्था में लाया गया।” मोदी ने यह भी बताया कि नोटबंदी से देश का आयकर आधार बढ़ा है।
उन्होंने कहा, “इस साल के पांच अगस्त तक 56 लाख करोड़ लोगों ने आयकर रिटर्न भरा है जबकि पिछले साल यह संख्या 22 लाख थी। इस बार यह संख्या दोगुने से अधिक हो गई है।”