‘राइजिंग कश्मीर’ के संपादक की हत्या मामले में सनसनीखेज खुलासा: सीसीटीवी में कैद हुई संदिग्धों की फोटो
‘राइजिंग कश्मीर’ अखबार के संपादक शुजात बुखारी की हत्या मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से मिलीं कुछ तस्वीरें जारी की हैं, जिनमें बाइक सवार तीन संदिग्धों को स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है। पुलिस को शक है कि इन्हीं तीनों ने वरिष्ठ पत्रकार की हत्या की। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने लश्कर-ए तैयबा के आतंकी नावेद जट उर्फ अबु हंजुला का इस्तेमाल किया। पाकिस्तानी आतंकी नावेद साल के शुरुआत में श्रीनगर के महाराजा हरि सिंह अस्पताल से फरार हो गया था। आतंकियों ने अस्पताल पर हमला कर उसे छुड़ाने में कामयाब रहे थे। दिलचस्प है कि आतंकी संगठन लश्कर ने शुजात बुखारी की हत्या की निंदा की है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से मिली तस्वीरों के जारी कर आमलोगों से संदिग्धों की पहचान करने की अपील की है।
‘द हिंदू’ समाचारपत्र के लंबे समय तक संवाददाता रहे शुजात बुखारी कश्मीर समस्या को हल करने की दिशा में काफी सक्रिय थे। वह सरकार की ओर से घाटी में शांति बहाली को लेकर उठाए जाने वाले कदम का भी लगातार समर्थन करते आ रहे थे। बता दें कि शुजात बुखारी की गुरुवार (14 जून) को अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। घटना के वक्त वह अपने कार्यालय से निकलकर कहीं जा रहे थे। बाद में पुलिस अधिकारियों ने बताया था कि बुखारी प्रेस एंक्लेव स्थित अपने कार्यालय से एक इफ्तार पार्टी में शिरकत करने के लिए निकले थे, जब हमलावरों ने उन्हें निशाना बनाया।
General public is requested to identify the suspects in pictures involved in today’s terror attack at press enclave.#ShujaatBukhari @JmuKmrPolice @spvaid @DIGCKRSGR @PoliceSgr pic.twitter.com/3cXM0CC8BD
— Kashmir Zone Police (@KashmirPolice) June 14, 2018
शोपियां से दबोचा गया था नावेद जट: नावेद जट घाटी में सक्रिय खुंखार लश्कर आतंकियों में से एक है। उसे दक्षिण कश्मीर के शोपियां से वर्ष 2014 में गिरफ्तार किया गया था। फरवरी में सेंट्रल जेल में बंद लश्कर आतंकी को पांच अन्य कैदियों के साथ महाराजा हरि सिंह अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था। श्रीनगर के एसएसपी इम्तियाज इस्माइल ने बताया था कि कैदियों में से एक ने पुलिस से हथियार छीन कर गोलीबारी शुरू कर दी थी। इस घटना में नावेद जट भागने में कामयाब रहा था। हालांकि, बाद में कुछ आतंकियों द्वारा अस्पताल पर हमला कर उसे छुड़ाने की बात सामने आई थी। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, नावेद पाकिस्तान के मुल्तान (साहिवाला) का रहने वाला है। उसे पाकिस्तान के मुरीदके में आतंक का प्रशिक्षण दिया गया।