नोएडा एक्सटेंशन हादसाः घटिया क्वालिटी की निर्माण सामग्री बनी हादसे की वजह! 3 आरोपी गिरफ्तार
नोएडा एक्सटेंशन इलाके में धराशायी हुई 2 इमारतों में अभी भी राहत और बचाव कार्य चल रहा है। इस हादसे में अभी तक 3 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं, अभी भी कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। बता दें कि यह हादसा शाहबेरी गांव में कल रात 9 बजे के करीब हुआ है। गौर करने वाली बात ये है कि जिस जगह हादसा हुआ, उस इलाके में निर्माण कार्य पर रोक लगी हुई है, इसके बावजूद वहां पर निर्माण कार्य चल रहा था, जो कि पूरी तरह से अवैध था। एनडीआरएफ की 4 टीमें डॉग स्कवॉयड के साथ राहत और बचाव कार्य में लगी हैं। माना जा रहा है कि राहत और बचाव कार्य में 24 घंटे का समय लग सकता है। फिलहाल एनडीआरएफ की टीमें ऊपर से नीचे की तरफ एक बड़ा छेद कर रही हैं, जिसमें कैमरा लगाकर मलबे में दबे लोगों के बारे में पता लगाने की कोशिश की जाएगी।
3 लोगों की गिरफ्तारीः इस हादसे में अभी तक पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि साल 2009 में नोएडा एक्सटेंशन में कई रिहायशी प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई थी। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने शाहबेरी गांव की जमीन का अधिग्रहण किया था। कई किसान इस अधिग्रहण के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट भी गए थे, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने किसानों के पक्ष में फैसला देते हुए जमीन अधिग्रहण को रद्द कर दिया था। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने शाहबेरी में निर्माण पर रोक लगायी हुई थी। इसके बावजूद नियमों को ताक पर रखकर बिना नक्शा पास किए इस इलाके में अवैध इमारतों का निर्माण किया जा रहा था। इमारतों में घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा था, जिसका नतीजा 2 इमारतों के ध्वस्त होने के रुप में सामने आया है।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर संवेदना जाहिर की है और घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। घटनास्थल के आसपास के लोगों का कहना है कि एक बिल्डिंग के बेसमेंट में पानी भरा हुआ था। इसके कारण बिल्डिंग में सीलन थी। राहत और बचाव कार्य में जुटे लोगों का मानना है कि सीलन के कारण ही बिल्डिंग के ध्वस्त होने की आशंका जतायी जा रही है। बता दें कि हादसे का शिकार हुई 6 मंजिला इमारत निर्माणाधीन थी और उसके बराबर में एक पुरानी इमारत थी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि निर्माणाधीन बिल्डिंग पहले गिरी और उसने पुरानी बिल्डिंग को भी अपनी चपेट में ले लिया। बताया जा रहा है कि एक परिवार मंगलवार शाम को ही हादसे का शिकार हुई बिल्डिंग में शिफ्ट हुआ था।