दिल्ली ने बनाया IPL में ‘सरेंडर’ का रिकॉर्ड, हैदराबाद का 10 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा
नई दिल्ली: आईपीएल में अगर किसी टीम को 21 गेंद पर 23 रन बनाने हों, उसके सात विकेट भी बाकी हों और वह 14 रन से हार जाए तो इसे शर्मनाक समर्पण के सिवाय क्या कहेंगे. दिल्ली (Capitals) के शेरों ने सोमवार को मोहाली में ऐसा ही सरेंडर किया, जिसे वे जब भी याद करेंगे, तो एक भाव शर्मिंदगी का भी होगा. पंजाब के खिलाफ जीता मैच हारने वाली दिल्ली की टीम ने इस हार के साथ कई अनचाहे रिकॉर्ड भी बना डाले. इनमें सबसे शर्मनाक समर्पण का भी रिकॉर्ड शामिल है.
मोहाली में खेले गए इस मैच में पंजाब (Kings XI) ने दिल्ली को जीत के लिए 167 रन का लक्ष्य दिया था. दिल्ली की टीम ने इसके जवाब में एक समय तीन विकेट पर 144 रन बना लिए थे. उस वक्त ऋषभ पंत ( Rishabh Pant) 39 और कॉलिन इंग्राम 37 रन बनाकर क्रीज पर थे. दिल्ली जीत से 23 रन दूर थी और उसके सात विकेट बाकी थे. 21 गेंदें भी बाकी थीं. यही वह पल था, जब पंत टेस्ट क्रिकेट के अपने साथी मोहम्मद शमी की गेंद पर बोल्ड हो गए और दिल्ली की गाड़ी जीत के सफर पर आगे बढ़ते-बढ़ते यूटर्न लेकर हार की ओर बढ़ गई.
दिल्ली की जीत का सपना इसके बाद कुछ ऐसा बिखरा, जैसे ताश के पत्तों का महल भरभरा गया हो. उसने इतनी जल्दी-जल्दी विकेट गंवाए कि शायद उसके बाकी बल्लेबाजों को पैड पहनने के लिए भी जल्दबाजी करनी पड़ी हो. उसने 144 रन पर चौथा और पांचवां विकेट गंवाया. छठा विकेट 147 के स्कोर पर गिरा. अभी एक रन ही बना था कि दिल्ली के दो और बल्लेबाज चलते बने.
148 रन पर आठवां विकेट गंवाने वाली टीम के लिए आवेश खान ने चौका लगाया और स्कोर 152 हो गया. आवेश का यह शॉट आखिरी स्कोरिंग शॉट साबित हुआ और सैम करेन (Sam Curran) ने इसी स्कोर पर कैगिसो रबाडा और संदीप लामिछाने को बोल्ड कर दिल्ली का बस्ता बांध दिया.
इसके साथ ही सैम करेन ने अपनी हैट्रिक भी पूरी कर ली. 20 साल के सैम करेन आईपीएल में हैट्रिक लेने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं. उन्होंने रोहित शर्मा का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 22 साल की उम्र में यह कारनामा किया था.
दिल्ली ने इस तरह अंतिम आठ रन बनाने के लिए सात विकेट गंवा दिए. वह भी महज 17 गेंदों पर. इसके साथ ही उसने आईपीएल में सबसे कम रन बनाकर अंतिम सात विकेट गंवाने का रिकॉर्ड भी बना दिया. इससे पहले यह रिकॉर्ड हैदराबाद के नाम था. हैदराबाद की टीम ने 10 साल पहले 2009 में दिल्ली के ही खिलाफ 12 रन बनाने में अपने सात विकेट गंवा दिए थे. तब हैदराबाद की टीम डेक्कन (Chargers) के नाम से खेलती थी.