कश्मीर में 25 हजार लोगों का मार्च निकाल BJP विधायक ने डोगराओं को बलात्कारी कहने पर दी चेतावनी
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में बकरवाल समुदाय की 8 साल की बच्ची के साथ हुए गैंगरेप और इसमें हुई 8 लोगों की गिरफ्तारी के मामले को बीजेपी विधायक और सूबे के पूर्व वन मंत्री चौधरी लाल सिंह ने ‘डोगरा सम्मान’ से जोड़ दिया है। बशोरी से विधायक लाल सिंह ने रविवार को 25 हजार लोगों के साथ मार्च निकाला। यह मार्च लखनपुर से लेकर कठुआ जिले के हीरानगर इलाके स्थित कूटा मोड़ के बीच 35 किमी के रास्ते में निकाला गया। मार्च के बाद बीजेपी नेता ने कहा, ‘यह तो महज ट्रेलर है। अगर वे अपने तौर-तरीके नहीं बदलेंगे तो हमारा अगला कदम पूरा का पूरा जम्मू बंद कराना होगा।’
विधायक ने कहा, ‘हम जल्द ही जम्मू के प्रभावशाली लोगों की एक बैठक बुलाएंगे।’ वर्तमान विधायकों का अप्रत्यक्ष तौर पर जिक्र करते हुए विधायक ने कहा, ‘अगर आपके विधानसभा क्षेत्र में आपको कोई समर्थन नहीं देता या आपके संघर्ष में साथ नहीं देता तो यह योजना बनानी होगी कि उनके साथ क्या किया जाए।’ कश्मीर के सत्ताधारी और विपक्ष के नेताओं पर निशाना साधते हुए लाल सिंह ने कहा, ‘जब भी चार कश्मीरी इकट्ठे हो जाते हैं तो वे हो-हल्ला मचाना शुरू कर देते हैं। वे पत्थर फेंकते हैं और श्रद्दालुओं को मार डालते हैं। अगर आप कश्मीर के नेता हैं तो क्या आप वहां हमारी तरह रैली निकाल सकते हैं? मैंने जम्मू में 290 रैलियां की हैं।’
कठुआ गैंगरेप और मर्डर केस में सीबीआई जांच की मांग को लेकर भीड़ इकट्ठा करने का जिक्र करते हुए बीजेपी नेता ने पूछा, ‘क्या आप ऐसा कश्मीर में कर सकते हो?’ सिंह ने हिंदू एकता मंच का नाम बदलकर डोगरा एकता मंच कर दिया। उन्होंने हीरानगर सबडिविजन के सभी गांवों से अपील की कि वे 50 ऐसे लोगों की सूची बनाएं जो कूटा मोड़ पर 24 घंटे के धरने में बारी-बारी से बैठ सकें। लाल सिंह ने कहा, ‘हमने तब प्रदर्शन नहीं किया जब उन्होंने सरकारी नौकरियों में हमारे खिलाफ भेदभाव किया। हमने दूसरे मुद्दों पर भी प्रदर्शन नहीं किया। लेकिन अगर कोई डोगराओं को बलात्कारी या अपराधी कहेगा तो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमारा एक इतिहास है। जम्मू के लोगों का एक इतिहास है। उनका इतिहास काली स्याही से लिखा हुआ है। वे श्रद्धालुओं की हत्या करते हैं और घड़ियाली आंसू बहाते हैं।’