शिला पर ध्यान और शिकागो की धर्म संसद में दुनिया हैरान, स्वामी विवेकानंद की वो अद्भुत कहानी,

कहा जाता है कि 1892 में जब स्वामी विवेकानंद कन्याकुमारी के तट पर पहुंचे थे तो उन्होंने देखा कि तट से कुछ मीटर दूरी पर एक टापू है. हालांकि उस दौरान भी वहां नौकाएं चलती थी लेकिन उन्होंने वहां तक तैरकर पहुंचने का फैसला किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मई से लेकर एक जून तक कन्याकुमारी के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान वह कन्याकुमारी में जिस विवेकानंद रॉक मेमोरियल पर बैठकर ध्यान लगाने वाले हैं, उसका अपना एक रोचक इतिहास है. ये वही शिला (रॉक) है जिसपर स्वामी विवेकानंद ने
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