CBSE Results: 499/500 – दसवीं के नतीजों में कामयाबी को मिली नई पहचान, चार बच्चों ने किया टॉप
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के नतीजे मंगलवार दोपहर घोषित किए गए। परीक्षा में कुल 86.70 फीसद विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। सीबीएसई कक्षा 12वीं की तरह 10वीं में भी छात्रों की तुलना में छात्राओं के पास का प्रतिशत अधिक रहा, जहां 85.32 फीसद छात्र उत्तीर्ण हुए वहीं 88.67 फीसद छात्राएं पास हुर्इं। शीर्ष स्थान पर रहे चार विद्यार्थियों में तीन छात्राएं हैं। इस साल चार विद्यार्थी 500 में से 499 अंक लाकर संयुक्त रूप से प्रथम रहे। इनमें डीपीएस गुरुग्राम के प्रखर मित्तल, आरपी पब्लिक स्कूल बिजनौर की रिमझिम अग्रवाल, स्कॉटिश इंटरनेशनल स्कूल शामली की नंदिनी गर्ग और भवन विद्यालय कोच्चि की श्रीलक्ष्मी जी शामिल हैं। सीबीएसई के मुताबिक, सात विद्यार्थी 498 अंकों के साथ दूसरे और 14 छात्र 497 अंक हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे। बोर्ड ने कहा कि 1,31,493 विद्यार्थियों ने 90 फीसद और उससे अधिक जबकि 27,476 विद्यार्थियों ने 95 फीसद और उससे अधिक अंक हासिल किए।
दिव्यांग छात्रों का पास फीसद 92.55 रहा। इस श्रेणी में सन सिटी, गुरुग्राम की अनुष्का पांडा और गाजियाबाद के उत्तम स्कूल की सान्या गांधी ने 500 में से 489 अंक हासिल कर शीर्ष स्थान पाया। ओडीशा के धनपुर के जेएनवी की सौम्या दीप प्रधान ने 484 अंकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। दिव्यांग श्रेणी में 135 विद्यार्थियों ने 90 फीसद और उससे अधिक अंक हासिल किए जबकि 21 छात्रों ने 95 फीसद और उससे अधिक अंक हासिल किए। क्षेत्रवार नतीजों की बात करें तो 99.60 फीसद परिणाम के साथ तिरुवनंतपुरम पहले स्थान पर रहा जबकि 97.37 फीसद के साथ चेन्नई दूसरे और 91.86 फीसद नतीजों के साथ अजमेर तीसरे स्थान पर रहा। दिल्ली में 78.62 फीसद छात्र पास हुए।
दिल्ली-एनसीआर और झारखंड से प्रश्न पत्र लीक होने की खबरों के कारण इस साल बोर्ड की परीक्षाएं विवादों में रहीं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने छात्रों के हित में दसवीं कक्षा की गणित की परीक्षा फिर से नहीं कराने का फैसला किया था। सीबीएसई ने इस बार निरंतर व्यापक मूल्यांकन (सीसीई) को हटाने और नए सिरे से बोर्ड परीक्षाएं कराने का निर्णय किया था जिसके तहत परीक्षा देने वाला यह दसवीं कक्षा का पहला बैच है। इस साल दसवीं कक्षा की परीक्षाएं 5 मार्च से शुरू हुर्इं जो 4 अप्रैल तक चली। कुल परीक्षार्थियों की संख्या 16.24 लाख से अधिक रही। 1,86,067 छात्रों को पूरक परीक्षाओं में शामिल होना होगा।
1. चार बच्चों ने किया टॉप
2. चारों के आए एक समान अंक
3. 498 अंकों के साथ सात विद्यार्थी दूसरे स्थान पर और 497 अंक हासिल कर 14 छात्र तीसरे स्थान पर रहे।