चीन, नेपाल सीमा के बीच व्यापार से मिलेगा पर्यटन को बढ़ावा
रसुवागढी-केरुंग सीमा परिगमन का अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनने के बाद नेपाल और चीन के बीच व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, इस उन्नयन के बाद अंतर्राष्ट्रीय सैलानियों के लिए सीमा खोल दी गई है। अप्रैल 2015 में नेपाल में आए घातक भूकंप के बाद तातोपानी-खासा सीमा बंद होने से दोनों देशों के बीच रसुवागड़ी-केरुं ग ही एकमात्र व्यापारिक बिंदु रहा है।
पैसिफिक एशिया ट्रैवल संघ के नेपाल क्षेत्र की अध्यक्ष सुमन पांडे ने सिन्हुआ को बताया, हम सीमा का उन्नयन करने के चीन के फैसले से उत्साहित हैं क्योंकि अब हम अंतर्राष्ट्रीय सैलानियों को नेपाल और तिब्बत का संयुक्त पर्यटन पैकेज बेच सकते हैं। चीन की अगले कुछ दिनों में रसुवागढी-केरुं ग तक रेलवे नेटवर्क का विस्तार करने की योजना है। नेपाल की भी काठमांडू से रसुवागढी तक रेलवे का विस्तार करने की योजना है।