दिल्ली में बाढ़ की आशंका! यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को किया पार, सुरक्षित स्थानों पर ले जाए गए लोग
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। एएनआई के अनुसार, फिलहाल यमुना 204.92 मीटर पर बह रही है। पिछले दो दिन से लगातार हो रही बारिश से दिल्ली वासी हलकान हैं। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से यमुना में 1.87 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद, शुक्रवार रात नदी खतरे के निशान को पार कर गई। प्रशासन ने यमुना खादर में रहने वाले लोगों के लिए चेतावनी जारी की है। दिल्ली के 6 इलाकों से गुजरने वाली यमुना के किनारे पर यहां करीब 12 हजार की आबादी रहती है।
निचले इलाकों में रह रहे लोगों को निकालने के लिए सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग ने तैयारियां कर ली हैं। यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए केंद्रीय जल आयोग ने शनिवार के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी की है। दिल्ली में 1 जून से 27 जुलाई के बीच इस मॉनसून सत्र में सामान्य से 18 फीसदी ज्यादा (11.58 इंच) बारिश हो चुके हैं। शुक्रवार को दिल्ली में औसत बारिश 2 इंच दर्ज की गई। राजधानी के कई इलाके पानी में डूब गए। सफदरजंग वेधशाला के अनुसार , कल शाम साढ़े पांच बजे से लेकर आज सुबह साढ़े आठ बजे के बीच 45.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। वहीं पालम वेधशाला में इसी दौरान 37.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
शुक्रवार को देश के कई हिस्सों में भारी बारिश से जान-माल का खासा नुकसान हुआ। उत्तर प्रदेश में 27 लोगों की मौत हो गई और कई जगहों पर जलभराव और यातायात जाम की समस्या पैदा हो गई। मथुरा और कासगंज में क्रमश : 19 सेंटीमीटर और 18 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। अलीगढ़ में कल से अबतक 13 सेंटीमीटर बारिश हुई है। बारिश से जुड़ी घटनाओं में 27 लोगों की मौत हो गई जबकि 12 घायल हो गए। इनमें आगरा में पांच, मैनपुरी में चार, मुजफ्फरनगर और कासगंज में तीन-तीन , मेरठ और बरेली में दो-दो लोगों की मौत हुई। कानपुर देहात, मथुरा, गाजियाबाद, हापुड़, झांसी, रायबरेली, जलौन और जौनपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई।
हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई। यहां सोलन में सबसे ज्यादा 100.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। सुंदरनगर में 64.7 मिलीमीटर और मंडी में 56.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।