रहस्यमयी डुमस बीच: डरावनी आवाजों और काली रेत की वजह से आज वीरान पड़ा गुजरात का यह खूबसूरत जगह
पुराने जमाने में बड़े बुजुर्ग जो कहानियां सुनाते थे उनमें कभी-कभी भूत की कहानियां भी शामिल होती थी। सिनेमा जगत में भी हॉरर फिल्मों से खूब कमाई की जाती है। वहीं मानव इतिहास में भी बहुत सी भूत-प्रेतों की कहानियां चर्चा में बनी रहती हैं। कुल मिलाकर भले ही भूत-प्रेतों की कहानियों को कुछ लोग झूठा मानते हों। इसके बावजूद ये कहानियां हमारे इर्द-गिर्द घूमती नजर आती हैं। यहां तक कि ऐसे बहुत से लोग हैं जो भूत-प्रेतों की कहानियों में विश्वास भी रखते हैं। जहां वैज्ञानिक आज तक भूत-प्रेतों के कोई भी ठोस सबूत ढूंढ़ पाने में असफल रहे हैं। वहीं ऐसे हजारों लोग मौजूद हैं, जो भूत-प्रेतों को देखने की बात कहते हैं। इसके अलावा भारत में ही ऐसी बहुत सी जगह हैं जहां भूतों का बसेरा माना जाता है। उन्हीं में से एक है गुजरात का डुमास बीच चलिए आज हम आपको इस जगह जुड़ी से जुड़ी कुछ रोचक बातें बताते हैं।
गुजरात में सूरत के पास स्थित डुमस बीच की गिनती भुतहा जगहों में होती है। लोग दिन के उजाले में भी इस जगह से दूरी बनाकर चलते हैं। यहां के लोगों का मानना है कि इस बीच पर आत्माओं का वास है और जो रात के अंधेरे में इस बीच पर गया है वह कभी लौटकर नहीं आया। इस वजह से यह बीच हमेशा वीरान पड़ा रहता है।
लोगों का कहना है कि अंधेरा होने के बाद से ही बीच पर चीखने-चिल्लाने की आवाजें आने लगती हैं। चीख-पुकार की आवाज काफी दूर से भी सुनी जा सकती है। यह बीच प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है लेकिन भुतहा किस्सों की वजह से यहां कोई भी जाने की हिम्मत नहीं करता।
गुजरात का डुमस बीच अरब सागर से लगा हुआ है, जो सूरत से 21 किलोमीटर की दूरी पर है। इस बीच की सबसे ज्यादा हैरान करने वाली चीज यहां का रेत है। यहां का रेत काले रंग का है। काले रेत की वजह भूतों का बसेरा बताया जाता है। वहीं कुछ लोग इस जगहों को भुतहा होने से नकारते हैं और अजीबोगरीब आवाजों की वजह कुत्तों को बताते हैं। उनका मानना है कि रात में यहां कुत्ते मौजूद होते हैं जिनकी आवाज और दौड़भाग से लोग डर जाते हैं।
वैज्ञानिकों के अनुसार, भूत-प्रेत जैसा कुछ नहीं होता। हम अंधविश्वास फैलाने की कोशिश नहीं कर रहे, स्थानीय निवासियों ने इस जगह पर अजीबोगरीब घटनाएं होने की बात कई बार की है। हालांकि यह सभी घटनाएं अपुष्ट हैं।