भारत की जीडीपी विकास दर ने लगाई लंबी छलांग. मोदी शासनकाल मे पहली बार पहुंची 8 फीसदी के पार
भारत की अर्थव्यवस्था ने रफ्तार पकड़ ली है। वित्तीय वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही में भारत की जीडीपी विकास दर ने लंबी छलांग लगाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चार साल से कुछ महीने ज्यादा के शासनकाल में पहली बार जीडीपी विकास दर 8 फीसदी के पार पहुंची है। जी हां, वित्तीय वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी विकास दर 8.2 फीसदी रिकॉर्ड की गई है। भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 31.18 लाख करोड़ (वित्तीय वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही) से बढ़कर 33.74 लाख करोड़ (वित्तीय वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही) हो गया है।
इसके साथ ही पिछली तिमाही यानी जनवरी 2018 से मार्च 2018 के बीच जीडीपी विकास दर्ज 7.7 फीसदी रिकॉर्ड की गई थी। इसके अलावा पिछले वित्तीय वर्ष (2017-18) की पहली तिमाही में जीडीपी विकास दर महज 5.7 फीसदी ही रिकॉर्ड हुई थी।
इससे पहले भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने भी अपने आर्थिक शोध विभाग की ईको रिपोर्ट में (जीडीपी) की वृद्धि दर अप्रैल-जून तिमाही में 7.7 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। एसबीआई ने एक बयान में कहा था कि सीमेंट उत्पादन में तेजी, वाहनों की बिक्री और बैंकों द्वारा दिए जानेवाले कर्ज में तेजी आने से अर्थव्यवस्था में तेजी आई है। एसबीआई ने रिपोर्ट में कहा है, “इस रिपोर्ट में 18 प्रमुख व्यापक आर्थिक संकेतकों के आधार पर बनाए गए कंपोजिट लीडिंग इंडिकेटर (सीएलआई) से संकेत मिलता है कि वित्त वर्ष 2018-19 में आर्थिक स्थितियों में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है, जबकि जीवीए (सकल मूल्य बर्धन) की विकास दर 7.6 फीसदी रहेगी।”