गुजरात के इस मुख्यमंत्री की पाकिस्तानी फौज ने कर दी थी हत्या, बाद में मांगी थी माफी, पढ़ें पूरी कहानी

गुजरात विधानसभा में अब एक महीने से भी कम समय रह गया है। ऐसे में सभी राजनीतिक दलों ने चुनावी सभाओं के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी कैम्पेन छेड़ रखा है। कांग्रेस ने इसी के तहत ट्विटर पर हैशटैग नो योर लिगेसी नाम से एक प्रश्नमाला की सीरीज शुरू की है, जिसका मकसद राज्यवासियों को गुजरात के विकास में कांग्रेस के योगदान की याद ताजा कराना है। इसी सीरीज में कांग्रेस ने पिछले दिनों एक सवाल पूछा, गुजरात के कौन से पूर्व मुख्यमंत्री को भारत में पंचायती राज का वास्तुकार कहा जाता है? इसके लिए चार ऑप्शन दिए गए हैं। आनंदीबेन पटेल, केशूभाई पटेल, नरेंद्र मोदी और बलवंत राय मेहता। जवाब देने वालों में 43 फीसदी लोगों ने सही जवाब दिया है। उनलोगों ने बलवंत राय मेहता को पंचायती राज का वास्तुकार बताया है।

बता दें कि बलवंत राय मेहता अब तक देश के पहले और आखिरी ऐसे मुख्यमंत्री रहे हैं जिनकी हत्या दुश्मन देश ने की थी। उनकी हत्या 19 सितंबर, 1965 को भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान पाकिस्तानी वायु सेना के बमवर्षक विमान द्वारा कर दी गई थी, जब वो भारत-पाकिस्तान सीमा के निकट कच्छ में अपने चॉपर बीचक्राफ्ट से उड़ान भर रहे थे। मेहता के साथ-साथ सात अन्य लोगों की भी इस हादसे में मौत हो गई थी। इनमें उनकी पत्नी सरोजबेन, तीन स्टाफ सदस्य, एक पत्रकार और दो क्रू मेंबर भी शामिल थे।

उस दिन बलवंत राय मेहता के चॉपर ने मीठापुर से कच्छ के लिए जैसे ही उड़ान भरी वैसे ही उसे पाकिस्तान के फाइटर पायलेट कैस हुसैन ने उसे इंटरसेप्ट कर लिया और उसे घेर लिया। पाकिस्तानी एयरक्राफ्ट द्वारा एयरसेप्ट करता देख बीचक्राफ्ट ने अपने पंखे हिलाने शुरू कर दिए। यह यह दया करने और छोड़ देने का इशारा था। मगर पाकिस्तानी पायलट ने तब तक हवा में दो फायर कर दिए। मीठापुर से 100 किलोमीटर दूर सुथाली गांव के ऊपर दोनों फायर ने बलवंत राय मेहता के बीचक्राफ्ट को हिट कर दिया जिससे विमान में विस्फोट हो गया और वह आग का गोला बन जमीन पर आ गिरा। रिपोर्ट्स के मुताबिक 25 साल का पाकिस्तानी पायलट हुसैन उस दिन भारतीय वायु क्षेत्र में 20 हजार फीट की ऊंचाई पर घुस आया था।

बीचक्राफ्ट गुजरात सरकार के मुख्य पायलट जहांगीर एम. इंजीनियर उड़ा रहे थे। वो भारतीय वायुसेना में पायलट और सह पायलट के रूप में अपनी सेवा दे चुके थे। उधर, 46 साल बाद पाकिस्तानी फाइटर एयरक्राफ्ट के पायलट हुसैन ने मेहता के हेलिकॉप्टर बीचक्राफ्ट के पायलट की बेटी को पत्र लिखकर माफी मांगी। पायलट की बेटी ने भी पत्र का जवाब दिया और पिता के हत्यारे को माफ कर दिया। बता दें कि बलवंत राय मेहता गुजरात के दूसरे मुख्यमंत्री थे। जून 1963 से लेकर सितंबर 1965 तक वो गुजरात के सीएम थे।

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