बलात्कारी बाबा राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत गिरफ्तार, 38 दिनों से ढूंढ़ रही थी पुलिस
जेल में बंद बलात्कारी बाबा राम रहीम सिंह की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत ने मंगलवार को पुलिस ने पकड़ लिया है। पुलिस हनीप्रीत को पिछले 38 दिनों से ढूंढ़ रही थी। मंगलवार सुबह हनीप्रीत ने कई मीडिया चैनलों को इंटरव्यू भी दिया था। इस इंटरव्यू के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वह जल्द ही सरेंडर कर देंगी। पंचकुला के पुलिस कमिश्नर केएस चावला ने बताया, ‘एसआईटी के हेड एसीपी मुकेश कुमार को सूचना मिली थी कि हनीप्रीत एक महिला के साथ इनोवा में जा रही है। जिसके बाद पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। हनीप्रीत को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। उसके बाद उसका रिमांड मांगा जाएगा।’
बता दें, जिस दिन बाबा राम रहीम को सजा हुआ थी, उस दिन से वह फरार चल रही थी। कुछ रिपोर्ट्स आई थीं कि वह नेपाल में छुपी हुई है, जिसके बाद भारत की पुलिस ने नेपाल पुलिस के साथ मिलकर वहां भी उसे खोजा था। हनीप्रीत पर बाबा राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के बाद हिंसा फैलाने का आरोप है। इसके अलावा उन पर अन्य कई धाराओं के तहत पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
कुछ दिन पहले हनीप्रीत ने दिल्ली हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दाखिल की थी। इस याचिका में हनीप्रीत ने कहा था कि उसके पीछे हरियाणा और पंजाब के ड्रग्स माफिया लगे हुए और उसकी जान को खतरा है। इसके साथ ही हनीप्रीत ने कहा था कि वह बाबा राम रहीम के खिलाफ चल रही जांच में सहयोग करना चाहती है। हालांकि, दिल्ली हाईकोर्ट ने उसकी याचिका को खारिज कर दिया था।
बता दें, मंगलवार को मीडिया को दिए इंटरव्यू में हनीप्रीत ने कहा था कि जेल में बंद गुरमीत राम रहीम बेकसूर हैं और वह इस मामले को आगे तक लेकर जाएंगी। एक दिन सच सामने जरूर आएगा। गुरमीत राम रहीम के साथ रिश्तों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा बाप-बेटी के पवित्र रिश्ते को उछाला जा रहा है। उन्होंने कहा, मीडिया ने एक बाप-बेटी के रिश्ते को तार-तार कर दिया। उन्होंने न्यूज चैनल आजतक को दिए इंटरव्यू में कहा कि क्या एक बाप अपनी बेटी के सिर पर हाथ नहीं रख सकता? क्या एक बेटी अपने बाप से प्यार नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा, जिस तरह से मुझे सबके आगे पेश किया गया, मैं उससे ही डरने लगी हूं। साजिश रचने के आरोप पर उन्होंने कहा, एक लड़की इतनी फोर्स के बीच अकेले बिना परमिशन के कैसे जा सकती है। उन्होंने कहा, क्या मेरे खिलाफ कोई सबूत हैं। मैं दंगे में शामिल नहीं थी।