हिमाचल में मानसून की दस्तक, मौसम विभाग की जारी हुई चेतावनी और हिदायतें

पंजाब, हरियाणा, हिमाचल में गर्मी के तीखे तेवरों के बीच बुधवार को कहीं छिटककर तो कहीं उमड़-घुमड़ कर बरसे मेघ ने फिलहाल लोगों को कुछ राहत दी है। हिमाचल में तो मानसून के बादलों ने दस्तक दे दी और इसके साथ ही मौसम विभाग की भारी बारिश के आसार की भविष्यवाणी के साथ लोगों को संभलकर ही घरों से निकलने की हिदायत भी जारी कर दी गई। हरियाणा में गुरुवार को मानसून की फुहारों के बरसने की बात कही गई है। हिमाचल प्रदेश के अधिकांश भागों में मानसून ने दस्तक दे दी है और अगले 48 घंटों में यह पूरे प्रदेश में पहुंच जाएगा। मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि आगामी पांच दिनों में प्रदेश के अधिकांश भागों में बारिश होगी। उन्होंने 27 से 30 जून के बीच प्रदेश के मैदानी व मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में एक दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है।

उन्होंने कहा कि किन्नौर,लाहुल स्पीति, कुल्लू, मंडी,कांगड़ा, चंबा, शिमला और जिला सोलन, ऊना व बिलासपुर के कुछ हिस्सों में मानसून पहुंच गया है। मौसम विभाग ने हिदायतें जारी करते हुए कहा कि प्रदेश में लगातार बारिश होने की वजह से संवेदनशील क्षेत्रों में भूस्खलन और पेड़ों के गिरने की आशंका है। इसके अलावा मैदानी जिलों में खेतों में पानी भी भर सकता है। मानसून के दस्तक देने के साथ ही पिछले 24 घंटों में प्रदेश के दिन व रात के तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। राजधानी शिमला का दिन का तापमान 21.8 डिग्री दर्ज किया गया है। कबाइली इलाकों में कल्पा का दिन का तापमान 20.5 और केलांग का 27.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, दिन के तापमान में आठ से नौ डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश के कई भागों में दिन को भी बारिश हुई।

हरियाणा में आज दस्तक देगा मानसून

हरियाणा में बृहस्पतिवार से मानसून के बादलों के बरसने की संभावना है। आने वाले तीन दिन भारी बारिश की चेतावनी के साथ मौसम विभाग ने जहां अपनी भविष्यवाणी जारी की है वहीं हरियाणा सरकार ने सभी मंडल आयुक्तों और जिला उपायुक्तों को अलर्ट जारी कर दिया है। प्रदेश के छह जिलों को मौसम विभाग के दृष्टिकोण से संवेदनशील घोषित किया गया है। हरियाणा राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा प्रदेश के सभी जिला उपायुक्तों, मंडल आयुक्तों को जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि मौसम विभाग ने 28 जून से एक जुलाई तक प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी दी है। प्रदेश के कई हिस्सों में 27 जून की रात से ही बारिश की संभावना है। राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग ने मौसम विभाग के हवाले से कहा है कि प्रदेश के लगभग सभी जिलों में 28 जून की सुबह से मानसून दस्तक दे सकता है। मानसून की पहली बरसात एक जुलाई तक समूचे प्रदेश को कवर कर लेगी।

सरकार के अनुसार इस अवधि के दौरान प्रदेश के कैथल, करनाल, जींद, पानीपत, हिसार, फतेहाबाद, यमुनानगर और अंबाला जिलों में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना की दृष्टिगत इन जिलों को संवेदनशील मानते हुए सभी जिला उपायुक्तों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे अपने-अपने अधिकार क्षेत्रों में बरसाती पानी की निकासी और अन्य आपदा से बचाव के प्रबंध करने के निर्देश जारी किए हैं। इस पत्र में संवेदनशील घोषित किए गए उपरोक्त जिलों में तैनात उपायुक्तों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे 28 जून से एक जुलाई तक की अवधि में खुद स्थिति की निगरानी करें और जरूरत पड़ने पर एहतियाती कदम उठाएं।

जून में 12 फीसद कम हुई बारिश

मौसम विभाग की ओर से जून महीने को लेकर जारी किए बारिश के आंकड़ों के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 12 फीसद कम बारिश हुई। प्रदेश में एक जून से 27 जून तक यानी मानसून आने से पहले तक सामान्य तौर पर 76.4 मिलीमीटर बारिश होती है। लेकिन इस बार 67.3 मिलीमीटर ही बारिश दर्ज की गई। ऊना व मंडी में सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। आंकड़ों के मुताबिक, ऊना में सामान्य तौर पर 49.8 मिलीमीटर बारिश होती है। लेकिन इस बार 70.2 मिली मीटर बारिश हुई। यह 41 फीसद ज्यादा थी। किन्नौर ,लाहुल स्पीति ,बिलासुपर और चंबा में बहुत कम बारिश दर्ज की गई। जून महीने में बिलासपुर में सामान्य तौर पर 83.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज होती है। लेकिन इस बार महज 42.5 मिलीमीटर ही बारिश दर्ज हुई। जबकि चंबा में 105 मिलीमीटर के मुकाबले 58.2 मिलीमीटर ही बारिश हुई। दोनों जिलों में क्रमश: 49 और 45 फीसद कम बारिश दर्ज की गई। लाहुल स्पिति में 21 फीसद और हमीरपुर,कुल्लू और सिरमौर में सात फीसद कम बारिश दर्ज हुई। मौसम विभाग के मुताबिक मंडी , कांगड़ा,शिमला,सिरमौर ,कुल्लू ,हमीरपुर और सोलन में सामान्य बारिश दर्ज की गई है।

एनसीआर : मानसून आज

उत्तरी राज्यों में मानसून की सक्रियता को देखते हुए मौसम विभाग ने कहा कि दिल्ली और आसपास के इलाकों में मानसून गुरुवार को दस्तक देगा। इससे पहले उसने 29 जून को मानसून के दिल्ली पहुंचने की संभावना जताई थी। बुधवार सुबह दिल्ली और आसपास के कुछ इलाकों में मानसून पूर्व बारिश हुई।

राजस्थान में भारी बरसात

राजस्थान के उदयपुर, बीकानेर और जयपुर के कुछ हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान भारी बारिश दर्ज की गई। प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में अधिकतम तापमान में बुधवार के मुकाबले एक से पांच डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई।

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