गोवा में फैला केएफडी यानी मंकी बुखार का आतंक, 35 से ज्यादा लोग हुए इस साल हुए शिकार

गोवा में इस वर्ष कम से कम 35 लोगों के क्यासानूर फॉरेस्ट डिसीज( केएफडी) जिसे मंकी फीवर भी कहते हैं, से पीड़ित होने की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उत्तरी गोवा जिले के सत्तारी तालुका में2016 में इस बुखार से तीन लोगों की मौत हो गई थी जबकि2015 में एक व्यक्ति की मौत हुई थी। वालपाई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एक अधिकारी ने बताया कि जिन35 लोगों में इस रोग की पुष्टि हुई है वे सभी सत्तारी तालुका के रहने वाले हैं। इस वायरल संकमण के लिए उन्हें उपचार दिया जा रहा है।

उन्होंने बताया, ‘‘ इस वर्ष अब तक इस रोग के कारण कोई मौत नहीं हुई है।’’ अधिकारी ने बताया, ‘‘ अधिकतर मामले सत्तारी के सनवोरदर्म पंचायत इलाके में सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण अभियान तेज कर दिया है वहां के गांवों में कीट भगाने वाला तेल बांटा जा रहा है।’’

स्थानीय भाषा में केएफडी को मकड़ ताप कहा जाता है, इसका दक्षिण एशिया में प्रभाव होता है। यह वायरस बंदरों के जरिए मानवों तक फैलता है। इसमें तेज बुखार और बदन दर्द होता है जिससे रक्तस्राव होने लगता है। पिछले वर्ष88 लोग इससे संक्रमित पाए गए थे लेकिन किसी की मौत नहीं हुई थी।

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