जब मुंबई के इस पुलिस कांस्टेबल को दो महीने से नहीं मिली सैलरी तो मांगी वर्दी में भीख मांगने की इजाजत
मुंबई पुलिस के एक कांस्टेबल ने पत्र लिखकर आला अधिकारियों से गुहार लगाई है कि उन्हें वर्दी में भीख मांगने की इजाजत दी जाए। दरअसल कांस्टेबल ने संबंधित विभाग पर आरोप लगाया है कि पिछले दो महीने से उन्हें सैलरी नहीं दी गई है। कांस्टेबल का कहना है कि उन्होंने पत्नी के इलाज के लिए छुट्टी ली थी। रिपोर्ट के मुताबिक मामले में पुलिस कांस्टबेल दिनेश्वर अहिरो ने डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस के अलावा राज्य के मुख्यंत्री देवेंद्र फणनवीस, राज्यपाल विद्यासागर राव और मुंबई पुलिस कमिश्नर दत्ता पी. को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने मांग की है घर का खर्च चलाने के लिए पुलिस की वर्दी में भीख मांगने की अनुमति दी जाए। डीएनए को मिले पत्र में कांस्टेबल ने लिखा है, ‘मैंने इस साल मार्च में छुट्टी ली। चूंकि पत्नी की टांग में फ्रेक्टर हो गया। इस वजह से मैं ड्यूटी पर नहीं आ सका।’ पत्र में दावा किया गया है कि इसके लिए ड्यूटी इंचार्ज को फोन के जरिए आपात सूचना भी दी गई थी और पांच दिन की छुट्टी ली। पत्नी के इलाज के बाद कांस्टेबल ने दोबारा 28 मार्च से ड्यूटी ज्वाइन कर ली। कांस्टेबल का कहना है कि पिछले दो महीने से उन्हें सैलरी नहीं दी गई है। दावा किया कि छुट्टियों के चलते उन्हें सैलरी नहीं दी जा रही है।
गौरतलब है कि पत्र में आगे लिखा गया है कि मुझे अपनी बीमार पत्नी का ख्याल रखना है। बूढ़े मां-बाप के अलावा एक बच्ची भी है जो पढ़ रही है, उसका भी ख्याल रखना है। इसके अलावा मुझे लोन की किस्त भी देनी है। सैलरी नहीं मिलने के कारण घर का खर्च नहीं चल पा रहा। मुझे सैलरी की जरुरत है। मैंने जब मामले में जानकारी लेने की कोशिश की तो बताया गया कि सैलरी रोक दी गई है। इसलिए मैं आपसे वर्दी में भीख मांगने की अनुमति चाहता हूं, ताकि घर का खर्च चला सकूं।
कांस्टेबल के आरोपों पर सीनियर पुलिस अधिकारी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि पुलिस विभाग में तैनात उस पुलिसकर्मी की सैलरी रोकी जा सकती है जो बिना जानकारी के छुट्टी पर चला जाए।