वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा बने दिल्ली जिला क्रिकेट संघ के नए अध्यक्ष, क्रिकेटर मदन लाल को हराया

वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा पूर्व क्रिकेटर मदन लाल को 517 वोट से हराकर सोमवार को दिल्ली व जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के नए अध्यक्ष बन गए। इसके साथ ही रजत शर्मा के समूह ने सभी 12 सीटें जीत लीं। शर्मा के पक्ष में 54.40 फीसद वोट पड़े। डीसीए चुनाव के नतीजे आज घोषित कर दिए गए। शर्मा को 1,531 वोट मिले जबकि मदन लाल को 1,004 वोट से संतोष करना पड़ा। मुकाबले में खड़े तीसरे उम्मीदवार वकील विकास सिंह को महज 232 वोट मिले। चुनाव में नोटा का भी प्रयोग किया गया। बीसीसीआइ के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना को चुनाव से बड़ा झटका लगा क्योंकि उनकी पत्नी शशि राकेश बंसल से उपाध्यक्ष पद का चुनाव हार गर्इं। राकेश डीडीसीए के पूर्व अध्यक्ष स्रेह बंसल के छोटे भाई हैं। राकेश ने शशि को 278 वोट से हराया। उन्हें 1,364 जबकि शशि को 1,086 वोट मिले। हार के साथ डीडीसीए में खन्ना के लिए अब रास्ते बंद हो सकते हैं जहां करीब तीन दशकों से उनका वर्चस्व रहा है। रजत शर्मा और उनके पैनल की उम्मीदवारी को सत्तारूढ़ दल के एक बड़े नेता का समर्थन हासिल था और भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा भी उनका पुरजोर समर्थन कर रहे थे। बत्रा पूर्व में डीडीसीए के कोषाध्यक्ष रहे हैं।

डीडीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम सार्वजनिक न करने की शर्त पर कहा, शर्मा को एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री का समर्थन मिलने के साथ ही किसी दूसरे उम्मीदवार के चुनाव जीतने की कोई संभावना ही नहीं थी। हां यह उम्मीद नहीं थी कि एक पैनल सभी सीटें जीत जाएगा। यह अच्छा होगा कि शर्मा पूरी तरह मुक्त होकर डीडीसीए का संचालन करेंगे। इसका यह भी मतलब है कि डीडीसीए में सीके खन्ना के दौर का अंत हो गया, हां अगर वह शर्मा के साथ कोई समझौता कर लें तो बात अलग है। दूसरे उल्लेखनीय विजयी उम्मीदवारों में खेल समिति के पूर्व अध्यक्ष विनोद तिहाड़ा (1,374 वोट) शामिल हैं जिन्होंने सचिव पद के चुनाव में करीबी प्रतिद्वंद्वी मंजीत सिंह (998) को 376 वोटों से हराया। चुनाव जीतने वाले अन्य उम्मीदवारों में राजन मनचंदा (संयुक्त सचिव), ओमप्रकाश शर्मा (कोषाध्यक्ष), संजय भारद्वाज (निदेशक) शामिल हैं। वहीं रेणु खन्ना महिला निदेशक बन गर्इं। आलोक मित्तल, नितिन गुप्ता, अपूर्व जैन, सुधीर कुमार अग्रवाल और शिव नंदन शर्मा डीडीसीए के पांच निदेशक के तौर पर चुने गए हैं।

संदीप भूषण

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