SCO बैठकः पीएम मोदी ने ‘टेरेरिज्म’ और ‘टूरिज्म’ को बताया अहम मुद्दा
18वें शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गेनाइजेशन (एससीओ) की बैठक में भाग लेने के लिए पीएम मोदी शनिवार को चीन के बंदरगाह शहर किंगदाओ पहुंच चुके हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात भी की। दोनों राष्ट्राध्यक्षों की मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच कई एग्रीमेंट भी साइन किए गए। शंघाई कॉरपोरेशन की बैठक में इस साल आतंकवाद, कट्टरपंथ जैसे मुद्दे अहम हैं। शनिवार को विदेश मंत्रालय के सचिव विजय गोखले ने बताया कि चीन के बैंक ऑफ चाइना की एक शाखा मुंबई में खोलने के लिए भारत राजी हो गया है। इसके अलावा भारत और चीन के बीच ब्रह्मपुत्र नदी के पानी के आंकड़े साझा करने और भारत द्वारा चीन को बासमती चावल के अलावा अन्य किस्मों के चावल का निर्यात करने के मुद्दों पर भी सहमति बनी। बता दें कि चीन, चावल का बड़ा बाजार है, जिसका फायदा भारत को मिल सकता है। पीएम मोदी के साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी चीन दौरे पर गए हुए हैं।
आज एससीओ में प्लानेरी सेशन की बैठक आयोजित की जा रही है, जिसमें पीएम मोदी और रुस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन भी मौजूद हैं। इस बैठक के दौरान पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित भी किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने आतंकवाद के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि आतंकवाद के प्रभावों का अफगानिस्तान दुर्भाग्य से सबसे बड़ा उदाहरण हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि राष्ट्रपति अशरफ गनी द्वारा क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। पीएम मोदी ने कहा कि एससीओ देशों से सिर्फ 6 प्रतिशत पर्यटक भारत आते हैं और इसे आसानी से बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए लोगों में जागरुकता बढ़ाने की जरुरत है, एक दूसरे की संस्कृतियों में परस्पर सहयोग करने की जरुरत है, जिससे इस संख्या को बढ़ाया जा सकता है।
पीएम मोदी ने कहा कि देश में एससीओ पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए एससीओ फूड फेस्टीवल और बौद्ध धर्म से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि हम ऐसी स्थिति में पहुंच चुके हैं, जहां फिजिकल और डिजिटल कनेक्टिविटी भूगोल की परिभाषा ही बदल रहे हैं। इसलिए एससीओ के देशों और अपने पड़ोस में लोगों के साथ जुड़ना हमारा प्राथमिकता है।