बिहार शेल्टर होम मामले में नया मोड़: मंत्री के पति से आरोपी ब्रजेश ठाकुर ने 5 महीने में की 17 बार बात


मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले में नया मोड़ आ गया है। दरअसल जांच के दौरान पता चला है कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम के संचालक और इस मामले में आरोपी ब्रजेश ठाकुर और बिहार की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा के बीच लगातार संपर्क बना हुआ था। सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) की जांच में पता चला है कि जनवरी से मई तक 5 महीनें के समय में ब्रजेश ठाकुर और चंद्रशेखर वर्मा के बीच 17 बार मोबाइल पर बातचीत हुई थी। जांच में यह बात भी पता चली है कि दोनों लोगों के बीच मुलाकात भी होती रहती थी।

ब्रजेश ठाकुर और चंद्रशेखर वर्मा के एक साथ दिल्ली का दौरा करने की भी बातें सामने आ रही हैं। दैनिक भास्कर की एक खबर के अनुसार, आरोपी ब्रजेश ठाकुर के ड्राइवर ने भी पूछताछ में दोनों के बीच मुलाकात की बात कही है। फिलहाल जांच एजेंसी यह पता लगाने की कोशिशों में जुटी है कि ब्रजेश ठाकुर और चंद्रशेखर वर्मा किस ट्रैवल एजेंसी के द्वारा दिल्ली दौरे पर गए थे। जहां से दोनों के टूर से जुड़े एयर टिकट आदि बुक कराए गए थे। जांच एजेंसियां ब्रजेश ठाकुर के साथ ही अन्य आरोपियों के सीडीआर भी जांच रही हैं, जिनसे इस केस से जुड़े हर पहलू के बारे में जानकारी मिल सकेगी। इसके साथ ही जांच एजेंसिया इस मामले में आरोपी और ब्रजेश ठाकुर की राजदार मधु की भी तलाश कर रही हैं और सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं।

वहीं जांच में ब्रजेश ठाकुर और चंद्रशेखर वर्मा की बातचीत की बात सामने आने के बाद बिहार सरकार की मंत्री मंजू वर्मा ने कहा है कि राजनैतिक-सामाजिक जीवन में किसी का भी फोन रिसीव कर सकते हैं। मंजू वर्मा ने कहा कि वह हर कॉल को रिसीव नहीं करती हैं, उनके पति और ड्राइवर आदि भी फोन रिसीव करते हैं। ब्रजेश ठाकुर को विभाग ने काम दिया था, इसलिए वह फोन पर बात करता था। फोन करने वाला इंसान कैसा है, चोर-क्रिमिनल या इंसान है, ये कैसे पता चलेगा? बिहार सरकार में समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा का कहना है कि पिछड़ी जाति का होने के कारण उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। सिर्फ फोन पर बात होने से ही कोई दोषी नहीं हो जाता। महिला गृह जाने या अन्य आरोपों के बाबत कोई वीडियो क्लिप हो तो सामने लाएं।

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