मुन्ना बजरंगी का सबसे बड़ा दुश्मन था ब्रजेश तो उसे हरिद्वार के सुनील राठी ने क्यों मारा?

मीडीया में आ रही रिपोर्ट के अनुसार बागपत जेल में मारे जाए कुख्यात डॉन मुन्ना बजरंगी का सबसे बड़ा दुश्मन डॉन बृजेश सिंह था और उसी से उसे सबसे बड़ा ख़तरा भी था , बृजेश सिंह इस समय बनारस जेल में बंद है. मुन्ना बजरंगी मुख्तार अंसारी के लिए काम करता था. बृजेश सिंह को भी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उड़ीसा से गिरफ्तार कर और उस पर मकोका लगाया था. बृजेश सिंह का सगा भतीजा सुशील सिंह यूपी में बीजेपी से विधायक है. उसको वाई प्लस सिक्योरिटी मिली हुई है. सुशील सिंह ने कहा था कि मुन्ना बजरंगी और मुख्तार उसकी हत्या करवा सकते हैं.

बताया जाता है कि बृजेश सिंह 90 के दशक में दाऊद के लिए काम करता था. जब दाऊद के जीजा हसीना पारकर के पति की हत्या अरुण गवली गैंग ने करवाई तो दाऊद ने आरोपी की हत्या की सुपारी बृजेश सिंह को दी थी. आरोपी मुम्बई के जेजे हॉस्पिटल में भर्ती था. बृजेश सिंह अपने गुर्गो के साथ जेजे हॉस्पिटल में एके-47 लेकर घुसा और आरोपी के साथ साथ जो भी सामने आया उसकी हत्या कर दी.  बृजेश जेजे हॉस्पिटल हत्याकांड से बरी हो चुका है.

munna bajrangi

​(मुन्ना बजरंगी का फाइल फोटो)

अब मुन्ना बजरंगी हत्याकांड के तार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक और डॉन सुनील राठी से जुड़ रहे हैं. वह भी कई मामलों में जेल में बंद है. अभी तक इस बात का कोई सुराग नहीं मिल पाया है कि मुन्ना बजरंगी को मारने में सुनील राठी का नाम क्यों सामने आ रहा है क्योंकि दोनों का आपस में दूर-दूर तक किसी भी मामले में संबंध नहीं रहा है.बताया जा रहा कि सुबह करीब छह बजे झगड़े के बाद राठी ने मुन्ना बजरंगी के सिर में गोलियां मारकर मौत की नींद सुला दिया।आपराधिक इतिहास की बात करें तो सुनील राठी ही नहीं उसके भाई भी अपराध में संलिप्त हैं। 2015 में जमीनों पर कब्जा करने के मामले में पुलिस उसके चचेरे भाई को भी गिरफ्तार कर चुकी है। रंगदारी के मामले में मां राजबाला इस वक्त रुड़की जेल में बंद हैं।सुनील राठी के अपराध का केंद्र मुख्यतया उत्तराखंड में रुड़की और हरिद्वार इलाका रहा है। हरिद्वार में रहकर वह पश्चिमी यूपी में घटनाओं को अंजाम देता रहा। हालांकि पिछले कुछ समय से वह जेल में है।

बता दें कि वहीं कुछ दिन पहले ही मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने सीएम योगी से मिलकर मुन्ना बजरंगी की हत्या की आशंका जताई थी.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *