मोदी सरकार के कौन से तुगलकी फरमानो से मुश्किल में “आम आदमी”

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सरकार का केंद्र में आते ही मोदी जी का बड्वोला पन उनके जुमलो की आंधिया इस कदर चली की वो झुलसाने वाली लू में कब बदल गयी,” राष्ट्रवाद ,और श्रीराम के नारों और पाकिस्तान के आतंकियों की खबर और आवाजों के बीच” पूरे देश को झुलसा गयी ,पता ही नहीं चला .

एक नेता परिधानों की नुमाइश ,चमकते दमकते कपडे पहन झूठ बोलता और विदेश यात्रा पर निकल जाता . जहाँ कही चुनाव आता वहाँ अपना डमरू बजा कर जुमले बेच आता . ये अभी तक चल ही रहा हैं थमने का नाम नहीं ले  रहा . देश को झूठ दिखाया और बताया जा रहा हैं .

कांग्रेस कही दिख नहीं रही ,ऐसा कुछ कांग्रेस समर्थक कह रहे हैं . दिखे तो तब जब मोदी के चाकर मीडिया को फुर्सत मिले . लोकतंत्र समाप्त हो गया हैं . बचा हैं तो आदर्शो की चादर उठाये कांग्रेस को मीडिया और भाजपा के लोग नकारने लगे हैं . लेकिन कांग्रेस बोल रही हैं सवाल पूंछ रही हैं .

 

इसी कड़ी में बीते कल  कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, “लोकतंत्र व कल्याणकारी राज्य का प्रमुख उद्देश्य हाशिए पर पड़े लोगों तक के लिए काम करना है। जबकि, भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार अपने धनी मित्रों के लिए आम आदमी पर बोझ लाद रही है।”

कांग्रेस ने बुधवार को सब्सिडी वाली रसोई गैस, पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़ाने को लेकर केंद्र सरकारकी निंदा करते हुए कहा कि मोदी सरकार का ‘जन-विरोधीचेहरा’ सामने आ गया है।

उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार ने 60 करोड़ से ज्यादा भारतीयों की आजीविका पर तीन तरफा आर्थिक हमला शुरू कर दिया है। सच्चाई यह है कि प्रधानमंत्री और भाजपा आम लोगों की कमर अप्रत्याशित करों के बोझ से तोड़ रही है।”

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के तिहरे झटके ने हर परिवार के बजट को जोखिम में डाल दिया है।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के एक तुगलकी फरमान से गैस सिलिंडर की कीमत हर महीने चार रुपये बढ़ाने का

फैसला किया गया, यह जुलाई 2017 से मार्च 2018 तक प्रति महीने चार रुपये बढ़ेगी।

पार्टी ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के बचत जमा खातों पर ब्याज दर 4 फीसदी से कम करके 3.5 फीसदी करने के फैसले की भी आलोचना की।

सुरजेवाला ने कहा, “मौजूदा समय में भारतीय स्टेट बैंक में अनुमानित तौर पर बचत खातों की संख्या 37 करोड़ है, जिसमें 9.4 लाख करोड़ रुपये जमा है। यदि 0.5 फीसदी की कटौती की जाती है, तो खाताधारकों को सीधे तौर पर 4,700 करोड़ रुपये वार्षिक नुकसान होता है।”

कांग्रेस ने एक अगस्त से पेट्रोल पर प्रति लीटर 1 रुपये व डीजल पर प्रति लीटर 72 पैसे डीलर कमीशन बढ़ाने की कड़ी निंदा की।

अब ये बात तो देश की जनता को भी सोचनी होगी की जिस सरकार को इतना बहुमत दे कर जिताया . उसने अच्छे दिन के नाम पर उसे दिया क्या हैं ?

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