सत्तू के गुणकारी फायदे……
सत्तू सात अनाजों से तैयार किया जाता है। ये है मक्का, जौ, चना, अरहर, मटर, खेसारी और कुलथा। इन्हें भून कर पीस लिया जाता है। यदि सातों अनाज को मिलाकर सत्तू बनाया जाए तो वह और भी पौष्टिक होता है। आयुर्वेद में सत्तु के सेवन को फायदेमंद बताया गया है। डॉ सीबी सिंह के अनुसार-
-सत्तू का सेवन गले के रोग, उल्टी, आंखों के रोग कई अन्य रोगों में फायदेमंद होता है।
-इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर, कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम आदि पाए जाते हैं। यह शरीर को ठंडक पहुंचाता है।
-यह शरीर के जलन को शांत करता है। इसे पानी में घोलकर पीने से शरीर में पानी की कमी दूर होती है। साथ ही बहुत ज्यादा प्यास नहीं लगती।
यह थकान मिटाने और भूख बढाने का भी काम करता है। यह डायबिटीज के रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होता है।
-चने के सत्तू को पानी, काला नमक और नींबू के साथ घोलकर पीते हैं, तो यह आपके पाचनतंत्र के लिए फायदेमंद होता है।
-सत्तू के सेवन से ज़्यादा तैलीय खाना खाने से होने वाली तकलीफ़ ख़त्म हो जाती है और तेल निकल जाता है।