एमजीएम अस्पताल में इलाजरत एक 50 वर्षीया महिला से दुष्कर्म का सामने आया मामला
मीडीया रिपोर्ट के अनुसार एमजीएम अस्पताल में इलाजरत एक 50 वर्षीया महिला से दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में साकची थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने परसुडीह थाना अंतर्गत बारीगोड़ा निवासी महिला के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की है। अज्ञात युवक को आरोपी बनाया गया है।
पीड़ित महिला सड़क पर रह कर अपना जीवन यापन करती है। उसके पति की मौत हो चुकी है। तबीयत बिगड़ने पर वह 21 जनवरी को अस्पताल में भर्ती हुई थी। इसकी एंट्री अस्पताल के रजिस्ट्रेशन काउंटर में भी है। पांच मार्च को उसके साथ दुष्कर्म की घटना हुई। छह मार्च को ही अस्पताल छोड़कर बिना किसी को सूचना दिए वहां से निकल गई। अस्पताल की नर्सों के अनुसार महिला अस्पताल के चौथे तल्ले में मेडिसिन वार्ड के बेड नंबर 64 में भर्ती थी। उसे मामूली बुखार और सर्दी-खांसी की शिकायत थी। कहा ये भी जा रहा है कि घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन ने पीड़िता को आनन फानन में अस्पताल से छुट्टी दे दी थी।
पीड़िता का 164 का बयान दर्ज
प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल करवाया है। गुरुवार को पीड़िता का कोर्ट में 164 का बयान भी हुआ। अब पुलिस को पीड़िता के मेडिकल रिपोर्ट आने का इंतजार है। इस मामले में साकची थाना प्रभारी कुणाल कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में आते ही पीड़िता को खोजा गया और उसके बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि पीड़िता की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और वह सड़क पर ही अपना जीवन यापन करती है। उसका अपना कोई नहीं है। उन्होंने बताया कि फिलहाल आरोपी का पता लगाया जा रहा है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सीसीटीवी फुटेज की जांच
घटना की जांच के लिए पुलिस अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगालने में जुटी हुई है। पुलिस ने अस्पताल में लगे लगभग सभी कैमरा को खंगाला है, ताकि आरोपी की पहचान की जा सके। बताया जा रहा है कि इस मामले में पुलिस ने बुधवार की रात एक युवक को हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ कर रही है।
पीड़िता ने पुलिस को बताई पूरी घटना
पीड़िता ने पुलिस को अपने बयान में बताया है कि वह अपने बेड पर घटना की रात सोई हुई थी। रात के लगभग 12 बजे के आसपास एक युवक वहां पहुंचा और जबरन उसकी बेड पर लेट गया। उसने उसके साथ जोर जबरदस्ती की। शोर मचाने पर उसके साथ मारपीट की और दुष्कर्म किया। इसके बाद हो हंगामा होने पर वहां से चल गया।
एक पत्रकार ने सीएम को किया था ट्वीट
अस्पताल में हुई इस घटना को लेकर शहर के एक पत्रकार ने सीएम को ट्वीट भी किया था। जिसमें उसने घटना की जानकारी सीएम को दी थी। हालांकि सुबह किए गए ट्वीट को शाम होते-होते हटा लिया गया था। इसके बाद सोशल मीडिया में खबरें आने के बाद पुलिस ने इस पर संज्ञान लेते हुए तुरंत कार्रवाई भी की।
प्रबंधन ने मामले को दबाया
दुष्कर्म की घटना को अस्पताल प्रबंधन ने भरसक दबाने की कोशिश की। घटना के बाद एमजीएम अस्पताल प्रबंधन ने साफ इंकार कर दिया था। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. संजय कुमार ने मीडिया को बताया था कि इस तरह की घटना मात्र अफवाह है। घटना की जांच के लिए उन्होंने होमगार्ड के जवानों को भी अस्पताल के मेडिसिन वार्ड में भेजा था।
एमजीएम में पहले भी हुई है दुष्कर्म और छेड़खानी
एमजीएम में पहले भी अस्पताल में दुष्कर्म और छेड़खानी की घटनाएं हो चुकी है। 29 फरवरी 2016 को इसी अस्पताल में एक नाबालिग रेप पीड़िता से दोबारा दुष्कर्म का मामला सामने आया था। 15 साल की नाबालिग रेप पीड़िता का यहां के एमजीएम अस्पताल में इलाज चल रहा था। अस्पताल परिसर में ही यहां के एक सिक्युरिटी गार्ड ने कथित तौर पर पीड़िता के साथ दोबारा रेप किया। उसी वर्ष 26 जनवरी को कीताडीह में जिस 11 वर्षीय बच्ची के साथ पड़ोस में रहने वाले एक किशोर ने दुष्कर्म किया था।
26 अप्रैल 2019 को एमजीएम अस्पताल में इलाज कराने पहुंची मानगो की महिला के साथ रात में एक अधेड़ व्यक्ति ने दुष्कर्म का प्रयास किया। घटना के समय महिला जग गई और शोर मचाने लगी, तब उसे वहां के लोगों ने पकड़ लिया और अस्पताल में ड्यूटी कर रहे होमगार्ड को सौंप दिया। महिला को पेट दर्द का इलाज कराने अस्पताल में आयी थी।