बुराड़ी कांड के हफ्ते बाद भी गली में पसरा सन्नाटा

निर्भय कुमार पांडेय

बुराड़ी के संत नगर में एक जुलाई को हुई 11 लोगों की मौत के मामले में दिल्ली पुलिस फिलहाल किसी खास नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। अपराध शाखा की कई टीमें मामले की छानबीन में जुटी हैं। पुलिस शुरुआत से ही इस घटना को आत्महत्या मान कर चल रही है। इस मामले में 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की जा चुकी है, जिनमें ललित के परिवारवाले, रिश्तेदार और जानकार शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि प्रियंका की सगाई के बाद जो लोग इस घर में रुके थे। उनमें से कुछ लोगों से शनिवार को पूछताछ की गई और आने वाले दिनों में भी कुछ अन्य लोगों से पूछताछ की जा सकती है। वहीं, ललित और भवनेश के परिवारवाले भी अब यह मानने लगे हैं कि हो सकता है सदस्यों ने सामूहिक आत्महत्या की हो।

ललित के परिवारवाले और रिश्तेदार अपने-अपने घर लौट गए हैं। इसलिए अब गली में सन्नाटा हो गया है। यहां कुछ मीडियाकर्मियों के अलावा केवल पुलिस की तैनाती है। पड़ोसियों का कहना है कि कभी इस गली में रौनक रहती थी। भवनेश अपनी दुकान रात 11 बजे तक खोलते थे। वे काफी मिलनसार थे। आसपास के कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले बच्चे या देर रात घर लौटने वाले लोग जरूरत के सामान की खरीदारी करने के लिए उनकी दुकान पर आते थे। उनके बच्चे पड़ोस के दूसरे बच्चों के साथ रात 10 बजे तक साइकिल चलाते थे, लेकिन इस घटना के बाद लोग शाम होते ही अपने घरों में बंद हो जाते हैं। माना जा रहा है कि अब लोगों को इस घर से डर लगने लगा है। यही कारण है कि जिस गली में देर रात तक चहल-पहल रहती थी, वहां अब सन्नाटा पसरा रहता है। लोग रात के समय घर जाने के लिए इस गली के बजाए दूसरी गलियों से गुजरते हैं।

बात करने से कतरा रहे पड़ोसी

ललित के पड़ोस में रहने वाले लोग अब इस परिवार के बारे में ज्यादा बातचीत करना नहीं चाहते हैं। पड़ोसी देवेश मलिक ने बताया कि शुरुआत से ही वे इस परिवार के बारे में बात कर-करके परेशान हो चुके हैं। हर कोई एक ही सवाल बार-बार पूछता है कि आखिर वह कौन सी वजह रही होगी कि 11 सदस्य इस तरह का खतरनाक कदम उठाने के लिए तैयार हुए होंगे? देवेश कहते हैं कि अब वह इस बारे में और कुछ नहीं कहना चाहते। वहीं इलाके के दूसरे लोग भी अब मीडियाकर्मियों से अपील कर रहे हैं कि वे इस खबर के बारे में चर्चा बंद करें।

महिलाओं में चर्चा ज्यादा

ललित के आसपास रहने वाले लोग भले ही इस मामले पर चर्चा करना नहीं चाहते, लेकिन दूरदराज के इलाकों में रहने वाली महिलाओं के बीच यह घटना अभी भी बहस का विषय बनी हुई है। घर को देखने आने वाली महिलाएं इस मामले को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं करती हुई दिखीं। संगीता नाम की एक महिला ने बताया कि हर कोई इस मकान को देखना चाहता है। कुछ लोग घर में लगे उन पाइप को भी देखना चाहते हैं, जिसे इस घटना से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि, पाइप लगाने वाले मिस्त्री और रिश्तेदार ने पाइप की अवधारणा को पूरी तरह से खारिज कर दिया है।

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